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रोटी, भारतीय खाने का अहम हिस्सा हैं. रोटी, पराठा, पूरी, कचौड़ी, नान, भटूरा.. यह सब विभिन्न प्रकार की इंडियन ब्रेड्स हैं. आमतौर पर हर भारतीय परिवार में दोनों समय घर पर ताजी रोटी या फिर किसी प्रकार की पूरी, पराठा, इत्यादि बनता है.
कुछ टिप्स घर पर नरम, मुलायम, पौष्टिक, और स्वादिष्ट रोटी, पराठा, इत्यादि बनाने के लिए....
-मुलायम रोटी बनाने के लिए पानी की जगह पर दूध से आटा गूथिये. अगर आप घर पर पनीर बनाते हैं तो पनीर के बचे हुए पानी का भी इस्तेमाल किया जा सकता है
-ताजा हरी पत्तेदार सब्जियों को महीन काटकर आटे में गूथने से रोटी स्वादिष्ट होने के साथ साथ पौष्टिक भी हो जाती है. कुछ सब्जियाँ जैसे की पालक,मेथी के पत्ते, हरी धनिया थाइम, आदि का उपयोग आटे में मिलाने में किया जा सकता है. अगर आप चाहें तो ताजी पत्तियों के स्थान पर सूखी हुई पत्तियाँ भी इस्तेमाल कर सकती हैं.
जाड़े के मौसम में गरमागरम भरवाँ पराठे बहुत अच्छे लगते हैं. तो हमने यहाँ आलू, गाजर और मटर के पराठे बनाए हैं. यह स्वादिष्ट भरवाँ पराठे सप्ताहांत के लिए बहुत अच्छा ब्रंच रहते हैं. यह पराठे सभी उम्र के लोगों को पसंद आते हैं, और स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक भी हैं. आप अपने स्वाद के अनुसार इसमें कुछ और सब्जी भी मिला सकते हैं...
केल अमेरिका में बहुत ही आसानी से मिलने वाली हरी सब्जी है. वैसे जहाँ तक मुझे याद है मैने उत्तर भारत में यह हरी सब्जी नही देखी है. केल, वनस्पति विज्ञान में मूली और सरसों के परिवार का सदस्य है और इसकी पत्तियाँ बिल्कुल सरसों के जैसे ही दिखती हैं और स्वाद में यह मूली से बहुत मिलती है. केल को विदेश में सुपर फुड के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह बहुत पौष्टिक होता है ...
मागरम भरवाँ पराठे बहुत अच्छे लगते हैं. तो हमने यहाँ आलू, प्याज और पनीर के पराठे बनाए हैं. आप चाहें तो इसमें थोड़ी सी घिसी हुई गाजर भी मिला सकते हैं. आलू प्याज और पनीर के पराठे सप्ताहांत के लिए बहुत अच्छा ब्रंच रहते हैं. यह पराठे सभी उम्र के लोगों को पसंद आते हैं, और स्वादिष्ट भी बहुत होते हैं. बच्चों के लंच बॉक्स और पिकनिक के लिए भी यह पराठे अति उत्तम रहते हैं........
पालक में जिंक, कैल्शियम, आयरन इत्यादि बहुतायत में पाए जाते हैं. पालक फाइबर, प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन सी, फोलेट, और मैग्नीशियम आदि का भी अच्छा स्रोत है. पालक के पत्ते दुनिया भर में आसानी से उपलब्ध है. आज मैं आपको पालक के पराठे बनाने की विधि बता रही हूँ.पालक के पराठे बहुत...
मेथी की पत्तियाँ औषधीय तत्वों से भरपूर होती है. इसमें आइरन, कॅल्षियम, मॅगनिशियम इत्यादि तो होता ही है प्रचुर मात्रा में, इसके साथ साथ यह बहुत अच्छी पाचक भी होती है. मेथी और पनीर के पराठे बड़े स्वादिष्ट होते हैं और पौष्टिक भी...
लौकी /दूधी का थेपला एक गुजराती डिश है. वैसे तो मौसम ठंडा होना शुरू हो गया है लेकिन घर की बगिया में कुछ एक लौकी और लगी हुई हैं. पिछले दिनों मेरी एक गुजराती सहेली की माता जी भारत से आई हुई थी और पौष्टिक...
आलू के पराठे सप्ताहांत के लिए बहुत अच्छा ब्रंच रहते हैं. आलू के पराठे सभी उम्र के लोगों को पसंद आते हैं, और स्वादिष्ट भी बहुत होते हैं.
कुल्चे को मैदा के खमीर उठे आटे से बनाते हैं. कुल्चे को वैसे तो मिट्टी के तंदूर में बनाया जाता है. लेकिन अब क्योंकि तंदूर तो सबके पास नही होता है, तो हम कुल्चे को ओवेन में भी बना सकते हैं. आज हम अपने पाठकों के विशेष अनुरोध पर यहाँ आलू और पनीर भरे कुल्चे को तवे पर बना रहे हैं...
गोभी के पराठे उत्तर भारत, और ख़ासतौर पर पंजाब प्रांत की ख़ासियत हैं. जाड़े के मौसम में जब बाजार ताजी गोभी से भरे होते हैं तो यह पराठे बनाने का मज़ा ही कुछ और है. वैसे गरमागरम भरवाँ पराठे तो किसी भी मौसम में मिल जाएँ तो मज़ा आ जाता है. भरवाँ पराठे लंच बॉक्स के लिए भी...
आजकल रैप्स/ रोल्स (रोटी/ चपाती के अंदर कुछ भरकर इसे बंद करके परोसना) बहुत प्रचलन में हैं. इनको बनाना भी आसान होता है और खाना भी. आजकल के व्यस्त जीवन में अक्सर लंच के लिए तो बैठ कर खाने का समय ही नही होता है ऐसे में रैप्स/ रोल्स बहुत आसान रहते है खाने में...
लच्छा पराठा मुगलई सभ्यता से आया है. जैसा कि नाम से ही जाहिर है यह पराठा लच्छेदार होता है. मतलब कि इसमें गोल गोल लच्छे होते है. अब क्योंकि यह मुगलई व्यंजन है तो निश्चित ही यह थोड़ा रिच भी होगा , जी हाँ इसमें देशी घी की परत लगी हैं और जिससे इसमें बनने के बाद बहुत उम्दा खुश्बू ...
पूरी किसी भी तीज-त्यौहार, और उत्सव की जान होती है. पूजा के खाने में तो विशेषकर पूरी ही बनती है. पूरियों को अगर सही आँच पर तला जाए तो यह बहुत ही कम तेल सोखती हैं. तो देर किस बात की बनाइए नवमी पूजा के लिए पूरियाँ....
दाल की पूड़ी जिसे बेदमी पूड़ी के नाम से भी जाना जाता है। उड़द की दाल को आटे में गूँथ कर बनाई गयी यह पूरी कचौड़ी, का स्वाद देती है. यह पूरियाँ बहुत जल्दी बन जाती हैं, और स्वादिष्ट भी बहुत लगती हैं. तो इस दीवाली पर बनाएँ स्वादिष्ट दाल की पूरियाँ ..
ख़स्ते उत्तर भारत का बहुत ही लोकप्रिय चाट आइटम हैं. इसे आप हर गली नुक्कड़ की दुकान पर आसानी से बनते देख सकते हैं. इन खस्तों की सबसे अच्छी बात यह है कि आप इन्हे पहले से बनाकर स्टोर कर सकते हैं. कुछ जगह पर खस्तों को ख़स्ता कचौड़ी भी कहते हैं. आजकल मेरे माता पिता हमारे साथ हैं और यह ...
राज कचौड़ी और किसी भी कचौड़ी से अलग है. जहाँ आमतौर पर सभी कचौड़ी के अंदर कुछ भर कर तला जाता है, राज कचौड़ी तलने के बाद भरी जाती है. एक राज कचौड़ी में आप कई प्रकार की चाट के आनंद उठाते हैं, क्योंकि इसके अंदर आप छोले, दही बड़े, टिक्की, मसाला आलू, या फिर और जो भी आपको पसंद हो भर सकते है. कोई भी चाट चटनी के बिना तो पूरी होती...
मटर की कचौड़ी पूरब यानि की बंगाल की ख़ासियत है. ताजे हारे मटर से बनने वाली यह कचौरी बड़ी स्वादिष्ट होती हैं. पारंपरिक विधि में इसे बनाएँ तो यह कचौरी मैदा से बनाई जाती हैं लेकिन मैने इन्हे गेहूँ के आटे से बनाया है . पिछले हफ्ते मैं लाइब्ररी से भारतीय पाककला की एक बड़ी पुरानी किताब लेकर आई तो उसमें इन स्वादिष्ट कचौरी...
पूरन पोली पश्चिम भारत की बहुत ही प्रसिद्ध मिठाई है. किसी भी और भारतीय व्यंजन के जैसे पूरन पोली को भी बनाने की कई विधियाँ हैं. मैने पूरन पोली को बनाने के लिए चने की दाल का प्रयोग किया है. मैं इनको रोटी/ चपाती के जैसे सेकना पसंद करती हूँ. वैसे मेरी एक महाराष्ट्रीयन सहेली पूरन पोली को पराठे के जैसे भी बनाती थी...
मूली के पराठे उत्तर भारत, और ख़ासतौर पर पंजाब प्रांत की ख़ासियत है . गरमागरम भरवाँ पराठे तो किसी भी मौसम में मिल जाएँ तो मज़ा आ जाता है. भरवाँ पराठे लंच बॉक्स के लिए भी अति उत्तम विकल्प हैं. तो चलिए फिर...
मक्के की रोटी और सरसों के साग से तो आप सभी परिचित होंगे. यह पंजाब का एक बहुत ही प्रसिद्ध कोम्बो है. आम तौर पर इसे जाड़ों के मौसम में बनाया जाता है जब ताजी हरी सरसों बाजार में आसानी से उपलब्ध होती है. तो आप भी आजमाएँ यह स्वादिष्ट डिश...
फुल्के/ रोटी लगभग हर भारतीय घर में रोजाना में बनते हैं. स्वाद और पौष्टिकता से भरपूर रोटी को गेहूँ के आते से बनाया जाता है. तो चलिए इस बार कुछ अलग अंदाज में बनाते हैं इस रोजाना में बनने वाले फुल्के को. हमारी यह विधि स्वादिष्ट आलू के फुल्के की ...
मेथी बहुत गुणकारी होती है. इसमें आइरन, कॅल्षियम, मॅगनिशियम इत्यादि तो होता ही है प्रचुर मात्रा में, इसके साथ साथ यह बहुत अच्छी पाचक भी होती है. मेथी के पराठे बड़े स्वादिष्ट होते हैं और पौष्टिक भी. अगर आपको ताजी मेथी नही मिलती है तो आप कसूरी मेथी को पानी में भिगोकर भी बना सकते हैं. तो बनाइए मेथी के पराठे...
पनीर के पराठे बहुत स्वादिष्ट होते है. अगर आप कई सारी चीज़ें बनाने के मूड में नही है तो बनाइए पनीर के पराठे ; अपने आप में संपूर्ण भोजन. आप चाहें तो इसमें कटी प्याज या फिर थोड़ा उबला आलू भी मिला सकते हैं अपने स्वादानुसार....
ेसन से बनने वाली यह रोटी किसी भी दाल या फिर करी के साथ परोसी जा सकती है. खाने में स्वादिष्ट होने के साथ- साथ यह प्रोटीन से भरपूर होती है.
रोटी को भारत के विभिन्न प्रांतों में अलग अलग नामों से जाना जाता है, जैसे की फुलका, चपाती, इत्यादि.. रोटी गेहूं के आटे से बनाई जाती है और लगभग हर घर में रोजाना बनने वाली चीज़ है.
नान को मैदा के खमीर उठे आटे से बनाते हैं. नान पूरी दुनिया में बहुत प्रसिद्ध है. आपको शायद यह जानकार आश्चर्य हो कि आजकल रेडीमेड नान विदेशों के सुपर मार्केट में भी आसानी से मिल जाती है.....खैर, नान को वैसे तो मिट्टी के तंदूर में बनाया जाता है. लेकिन अब क्योंकि तंदूर तो सबके पपस नही होता है, तो नान को ओवेन में भी बनाया जा सकता है.
कचौड़ी आमतौर पर तीज- त्यौहार में बनने वाली चीज़ है. कचौड़ी को कुछ भरकर तला जाता जाता है. कचौड़ी कई तरह की होती हैं, जहाँ उत्तर भारत में उरद की दाल की कचौड़ी और आलू की कचौड़ी अधिक लोकप्रिय हैं, वहीं बंगाल में मटर की कचौड़ी बहुत लोकप्रिय हैं...
छोले और भटूरे छोटे से रेस्टोरेंट से लेकर ५ सितारा ***** होटलों तक छाए रहते हैं. उत्तर भारत का एक बहुत की लोकप्रिय कोम्बो है छोले भटूरे! बाजार में अक्सर छोले भटूरे में बहुत तेल होता है। शायद यही वजह है कि घर के बने छोले भटूरे सबको बहुत पसंद आते हैं।
ख़स्ता रोटी अपने नाम के अनुरूप ही बहुत ख़स्ता होती है . ख़स्ता रोटी सूजी, बेसन और गेहूँ के आटे से बनायी गयी है. स्वाद और सेहत से भरपूर यह रोटी किसी भी करी या फिर दाल के साथ परोसी जा सकती है....
सादे पराठे तवे पर हल्की सी चिकनाई लगाकर सेके जाते है. पराठे आमतौर पर सब्जी के साथ रोजाना में बनते हैं और इनको गेंहू के आंटे से बनाया जाता है...
बाटी गेहूँ के आटे से बनाई जाने वाली एक खास भारतीय डिश है जो कि राजस्थान की ख़ासियत है. जहाँ उत्तर भारत में बने वाली कोई भी रोटी, नान, या पराठा या तो तवे पर सेका जाता है और या फिर तंदूर में वहीं बाटी को पहले गरम पानी में उबाला जाता है और उसके बाद इसे तंदूर या फिर ओवेन में ...