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प्रिय पाठकों,
मदर्स डे पूरी दुनिया में मई महीने के दूसरे इतवार को मनाया जाता है. वैसे मेरे लिए तो हर दिन मदर्स डे है. मैं जहाँ भी रहूं मुझे हर वक्त अपनी माँ का ख़याल आता है, मैं हमेशा ही अपनी मम्मी की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की दुआ करती हूँ. हालाँकि मैं उनके लिए ज़्यादा कुछ कर नही पाती हूँ क्योंकि मैं अमेरिका में और मेरी मम्मी भारत में रहती हैं.
मैं कोई दार्शनिक नही हूँ कि अपनी भावनाओ को ज्ञान दे दूँ , ना ही मैं चित्रकार हूँ कि अपने मन को रंगों से व्यक्त कर सकूँ, मैं कवियित्रि भी नही हूँ कि अपने प्यार पर कविता लिख दूं. मैं एक बेटी भी हूँ और एक माँ भी - बस इतना ही कह सकती हूँ कि माँ शब्द ही बहुत पवित्र होता है. एक माँ का प्यार ही है जो सबसे निश्चल होता है...
मदर्स डे के अवसर पर मेरी माँ की पसंद के कुछ ख़ास व्यंजन....
मदर्स डे की शुभकामनाओं के साथ
शुचि
कढ़ी चावल उत्तर भारत का एक बेहद पसंदीदा कौंबो है. आमतौर पर इसे दोपहर के खाने में ही सर्व किया जाता है क्योंकि बेसन की तासीर थोड़ी भारी होती है. नैनीताल से थोड़ी दूर पर एक जगह है जिसका नाम नौकुचियाताल है, वहाँ पर कढ़ी चावल हर छोटे बड़े रेस्टोरेंट में मिलते हैं....
चटनी के आलू, जितना आसान नाम है उससे भी ज़यादा आसान बनाना. यह ख़ासतौर पर कानपुर की चाट है. शायद आपको यकीन ना हो लेकिन वहाँ के बहुत प्रसिद्ध शॉपिंग बाज़ार, नवीन मार्केट में एक ठेला खाली चट्नी के आलू का लगता है, और तकरीबन दो घंटे में ही उसका ठेला बिल्कुल खाली हो जाता है. अब आप अंदाज़ा लगा सकते हैं इस चटनी के आलू की प्रसिद्धि की........
इडली दक्षिण भारतीय व्यंजन है जो भारत के साथ ही साथ विदेश में भी बहुत मशहूर है. इडली को आप कभी भी बना सकते हैं; नाश्ते में या फिर खाने में....हमारे घर में इडली सांभर सभी को बहुत पसंद है....इडली को सांभर और चटनी के साथ परोसिए तो यह संपूर्ण भोजन बन जाता है- इसमें दाल, चावल, सब्जियाँ, दही, नारियल सभी कुछ है. तो फिर देर किस बात की आइए बनाएँ इडली सांभर.....
उत्तपम सांभर, दक्षिण भारत से बहुत मशहूर व्यंजन है. उत्तपम दाल और चावल के खमीर उठे घोल के साथ-साथ रवा/ सूजी के घोल से भी बनाया जाता है. इसमें घोल में ही कटी सब्जियाँ डालकर तब उत्तपम बनाया जाता है. उत्तपम-सांभर और नारियल की चटनी, खाने में तो लाजवाब है......
दक्षिण भारत का सबसे मशहूर व्यंजन है डोसा. दल और चावल के खमीर उठे घोल से बनाया गया यह डोसा सांभर और कई प्रकार की चटनी के साथ परोसा जाता है. डोसा भी नाना प्रकार के होते हैं, जैसे कि- मैसूर डोसा, रवा डोसा, प्याज डोसा, मसाला डोसा, पेपर डोसा आदि. मसाला डोसा आलू का मसाला भरकर बनाया जाता है. तो बनाइए यह स्वादिष्ट मसाला डोसा......
मूँग की दाल के दही बड़े उत्तर प्रदेश में बहुत लोकप्रिय हैं. मूँग की दाल के बड़े उड़द की दाल के बड़े की तुलना में काफ़ी हल्के होते है और स्वाद में भी अति उत्तम. वैसे तो बड़े तल कर बनाए जाते हैं लेकींन दही बड़ों के बड़े पानी में भिगोये जाते हैं जिससे इनका सारा तेल निकल जाता है और बड़े काफ़ी हद तक चिकनाई मुक्त हो जाते हैं....
आलू की टिक्की उत्तर भारत की सबसे लोकप्रिय चाट है. टिक्की के सिकने की खुशबू से ही मुँह में पानी आने लगता है. आलू की टिक्की को खट्टी चट्नी, मीठी चट्नी, दही और ऊपर से आलू के लच्छे से सज़ा कर सर्व किया जाता है. तो मज़े लीजिए आलू की टिक्की का. ....
ताजी हरी मटर के दानों से बनने वाली यह घुगनी उत्तर प्रदेश की बहुत मशहूर डिश है. घुगनी बनाने की यह विधि मेरी माँ की है. घुगनी में खूब सारी अदरक डाली जाती है जो मटर के पाचन में मदद करती है. तो बनाइए जाड़े के इस मौसम में मटर की घुगनी......
कुल्फी के नाम से आप सभी परिचित होंगे. गर्मियों की शाम में उत्तर भारत में सभी मिठाई की दुकाने बाहर एक स्पेशल स्टॉल लगाती हैं कुल्फी का. पारंपरिक रूप से उत्तर भारत में कुल्फी को मलाईदार दूध को खूब पकाकर , उसमें अलग-अलग स्वाद ..
पारंपरिक रूप से उत्तर भारत में कुल्फी को दूध को खूब पकाकर, उसमें अलग-अलग स्वाद डालकर फिर उसे स्टील के सांचों में भरकर ढक्कन लगाकर, सांचों के मुँह को आटे की लोई से बंद करके फिर इसे मटके मे जमाते हैं. उत्तर भारत में ज़्यादातर जगहों पर ....