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Dear Readers,
Methi also known as Fenugreek is a strongly aromatic annual green belongs to legume family. Methi is medicinal plant rich in protein. Methi leaves are rich in magnesium, iron, calcium etc.In Indian cuisine it is used extensively in various forms. In Indian cooking fenugreek seeds are used as a spice. The sprouted methi seeds are also used to make salads and are considered as a digestive. Ground methi seeds are used in pickles and also in stuffed vegetables .
I use methi in curries, dry vegetables, beans, lentils, paratha, Indian breads, rice preparations and and in many other dishes. To make your search easy I have gathered all the recipes calling for methi. Here are some methi recipes to get an idea of use of methi leaves.I thought it will be wonderful to share these dishes with you..Please keep trying the dishes and do share your valuable suggestions...
With best wishes,
Shuchi
मेथी और पनीर से बनाया गया यह पुलाव स्वादिष्ट भी है और पौष्टिक भी. मेथी औषधीय तत्वों से भरपूर होती है. इसमें आइरन, कॅल्षियम, मॅगनिशियम इत्यादि तो होता ही है प्रचुर मात्रा में, इसके साथ साथ यह बहुत अच्छी पाचक भी होती है. मुझे मेथी और पनीर का संगम बहुत अच्छा लगता है क्योंकि मेथी स्वाद में हल्की सी कड़वी होती है और पनीर में हल्कि सी मीतहस होती है तो यह दोनों मिलकर व्यंजन को बहुत बढ़िया स्वाद देते हैं..
मेथी मलाई पनीर एक रिच, स्वादिष्ट पनीर की डिश है. प्याज, टमाटर, ताजी क्रीम, और मसालों के मिश्रण, ख़ासतौर पर मेथी की ताजी पत्तियों के साथ तैयार की गयी यह करी बहुत स्वादिष्ट होती है. पनीर की डिश किसी भी शाकाहारी पार्टी की ख़ासियत होती है और मेथी मलाई पनीर तो एक लाजवाब डिश है जो किसी भी पार्टी में चार चाँद लगा दे. अगर आपको ताजी मेथी ना मिले तो आप कसूरी मेथी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
मेथी की पत्तियाँ औषधीय तत्वों से भरपूर होती है, लेकिन क्योंकि मेथी कड़वी होती है इसीलिए इसे सोया/ डिल (डिल) की पत्तियों और सब्जियों के राजा आलू के साथ बनाया जाता है. स्वास्थ और स्वाद से भरपूर इस सब्जी को बनाना काफ़ी आसान होता है.
मेथी बहुत गुणकारी होती है. इसमें आइरन, कॅल्षियम, मॅगनिशियम इत्यादि तो होता ही है प्रचुर मात्रा में, इसके साथ साथ यह बहुत अच्छी पाचक भी होती है. मेथी के पराठे बड़े स्वादिष्ट होते हैं और पौष्टिक भी. अगर आपको ताजी मेथी नही मिलती है तो आप कसूरी मेथी को पानी में भिगोकर भी बना सकते हैं.
छोले को कई और भी नाम से जाना जाता है जैसे कि काबुली चने/ चना मसाला इत्यादि. छोले उत्तर भारत की एक बहुत ही लोकप्रिय डिश है. बाज़ारों में भी छोले चावल या छोले भटूरे के ठेले आम तौर पर दिखाई दे ही जाते हैं. कानपुर में एक दुकान के उपर बोर्ड लगा रहता है "शास्त्री जी का कहना है, छोले खा कर रहना है!"
तो मठरी को तल कर बनाया जाता है, लेकिन हम यहाँ पर मठरी को बेक करेंगें. हमने यहा मैदा की जगह आटे का इस्तेमाल किया है जिससे यह मठरी स्वादिष्ट होने के साथ में सेहत के लिए भी ठीक रहें. मठरी को कई हफ्तों तक रखा जा सकता है. मठरी नीबू के अचार के साथ बहुत स्वादिष्ट लगती है. इन्हें आप चाट के साथ भी परोस सकते हैं..
This recipe is for pan fried Indian breads with methi and paneer stuffing. Methi Paneer paratha is perfectly fine for Diabetics as well. This is a healthy preparation and is a delight, especially in winters when fresh fenugreek leaves are available in abundance in the market.
Gajar and Methi ki sabji (cooked carrot and methi) is a very easy to make veggie preparation that tastes awesome and is highly nutritious. This light and healthy vegetable preparation goes very well with roti and paratha.