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अप्रैल 17-2017
प्रिय पाठकों, पुदीना बहुत ही उपयोगी पौधा है. पुदीने में विटामिन ए और सी के साथ के खनिज भी होते हैं. पाचन के लिए भी पुदीने को बहुत अच्छा माना गया है. गर्मी के मौसम में पुदीने और कच्चे आम की चटनी , पना और तरह तरह के ठंडक पहुँचाने वाले पेय बनाये जाते हैं.
घर पर उग रहा पुदीना
वैसे तो पुदीना सब्जी मंडी में आसानी से मिल जाता है लेकिन घर पर उगाये गए पुदीने की बात ही और है. मुझे बागवानी का बहुत शौक है तो मैं पुदीना घर पर ही उगाती हूँ.
आप पुदीने को घर की बगिया में आसानी से उगा सकते हैं. आप पुदीने का छोटा पौधा लगा सकते हैं या फिर इसे बीज से भी उगा सकते हैं. पुदीना जमीन में बहुत तेजी से फैलता है. जब भी हम किसी पौधे को जमीन में उगाते हैं तो इस पौधे की जड़ों को फैलने के लिए अधिक स्थान मिलता है यही बात पुदीने के साथ है. बल्कि पुदीना कुछ ज्यादा ही तेज बढ़ता है. मैंने चार साल पहले एक पुदीने का पौधा लगाया था और उसकी थोड़ी दूर पर कुछ स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाये थे. हर वर्ष मैं बहुत सारा पुदीना और पुदीने के पौधे जड़ से निकालकर दोस्तों और पड़ोसियों को देती हूँ फिर भी आज आलम यह है कि पुदीने के पौधे स्ट्रॉबेरी के साथ मिल गए हैं. अगर आप पुदीने को जमीन में उगा रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि पुदीना बहुत तेजी से बढ़ता है और और आसपास उग रहे और सब्जियों का स्थान भी ले लेता है इसलिए पुदीने के चारों तरफ से बाढ़/या लकड़ी लगा दें जिससे इसे बढ़ने के लिए सिमित स्थान मिले और यह और पौधों का स्थान न ले.
नीचे लगी पुदीने की फोटो में जो गोल थोड़ी बड़ी पत्तियां और सफेद फूल दिख रहे हैं यह स्ट्रॉबेरी के ही हैं.
आप पुदीने को बसंत के मौसम ने गमले में उगा सकते हैं. आप पुदीने को बीज से भी उगा सकते हैं या फिर आप इसका छोटा सा पौधा भी लगा सकते हैं. पुदीने को धूप और पानी दोनों कि बहुत पसंद हैं. मैं एक ठन्डे देश अमेरिका के बहुत ठन्डे प्रान्त (जोन 5) में रहती हूँ. तो जब ठण्ड का मौसम निकल जाता है और बसंती मौसम आता है मैं तभी अपने गमलों को बहार निकलती हूँ.
अप पुदीने को गमले में लगायें या फिर जमीन में एक बात का ध्यान जरूर रखें कि पुदीने को पानी जरूर दें बल्कि गर्मियों में तो सुबह और शाम दोनों वक्त इसे पानी देनें की जरूरत हो सकती है.
पुदीने को आप हमेशा ऊपर से काटें जिससे यह नीचे से अपने आप फिर से बढ़ जाता है. अगर पुदीना बहुत तेजी से बढ़ रहा है और एक पौधे से कई पौधे बन गए हैं तो आप जड़ से निकालकर इस पुदीने के पौधे को कहीं और रोप सकते हैं या फिर किसी दोस्त या रिश्तेदार या पड़ोसी को तोहफे के तौर पर भी दे सकते हैं.
जब पुदीना बहुत तेजी से बढ़ रहा होता है तो मैं इसे तोड़ कर इसके डंठल हटाकर पतियों को धोकर साफ कर लेती हूँ फिर इन साफ पुदीने की पत्तियों को प्लास्टिक के ज़िपलॉक बैग में फ्रीज कर देती हूँ . यह पत्तियां कई महीनों तक ख़राब नहीं होती हैं और जाड़े में जब पुदीना नहीं बढ़ता है तब बहुत मदद करती हैं. आप जरूरत के हिसाब से इस फ्रोजेन पुदीने का इस्तेमाल कर सकते हैं. फ्रीजर में रकने से पत्तियां करारी हो जाती हैं जिसे आप हाथ से मसल कर रायते में दल सकते हैं जो एकदम ताजे पुदीने के जैसे स्वाद करता है.. आप इस फ्रोजेन पुदीने को चाय में डाल सकते हैं या फिर चटनी भी बना सकते हैं. यह फ्रोजेन पुदीना बहुत काम आता है जाड़े में जब बगिया में तजा पुदीना नहीं उगता है .
पुदीने के पाउडर का प्रयोग खासतौर पर दही के व्यंजनों में होता है. पुदीने का पाउडर घर पर आसानी से बनाया जा सकता है. पुदीने का पाउडर बनाने की पूरी विधि यहाँ पढ़ें.
शुभकामनाओं के साथ , !!
शुचि
मिंट मिस्ट्री को हमने जिन चीज़ों से बनाया है वो सभी हमारे शरीर को गर्मी में ठंडक और साथ ही साथ खनिज भी प्रदान करती हैं. पुदीने में विटामिन ए और सी के साथ के खनिज भी होते हैं. खीरे में ९० % से अधिक पानी की मात्रा होती है. नीबू में विटामिन सी, और पोटैशियम बहुतायत में होता है. अब आप ही सोचिए यह घर का बना शुद्ध पेय कितने गुणों से भरपूर.............
मैंगो पना/आम का पना, कच्चे आम और पुदीने की पट्टियों से बनने वाला बहुत ही स्वादिष्ट पेय है. ख़ासतौर पर गर्मियों के मौसम में जब लू चलती है तो यह बिल्कुल अमृत के जैसा ठंडक पहुँचता है. इसमें न तो वसा है और ना ही कोलेस्ट्रॉल, अब और क्या चाहिए- स्वाद भी और सेहत भी . इस पेय को गोलगप्पे के पानी का पानी के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है...
गर्मियों में घर के उगे पुदीने, हरी मिर्चे और कच्चे आम की चट्नी किसी भी खाने का स्वाद बढ़ा देती है. पुदीने में विटामिन ए और सी के साथ के खनिज भी होते हैं. पाचन के लिए भी पुदीने को बहुत अच्चा मन गया है. कच्चे आम में भी विटामिन सी बहुतायत में होता है तो यह चटनी स्वादिष्ट होने के साथ साथ पौष्टिक भी है.
धनिया, पुदीना, हरी मिर्च और दही से बनी यह चटनी ख़ासतौर लखनऊ मे कबाब के साथ परोसी जाती है. यह चटनी स्वास्थ्य के लिहाज से भी अच्छी है क्योंकि इसमें आयरन होता है. तो आप भी जब कबाब बनाएँ तो साथ में यह चटनी बनाना ना भूलें......
यह है एक खट्टा और मीठा कच्चे आम का पेय है. वो लोग जो खट्टा आम का पाना नही पी पाते हैं , उनके लिए यह पेय बहुत अच्छा रहेगा. कच्चे आम विटामिन सी और विटामिन ए के अच्छे स्रोत है. कच्चे आम में विटामिन सी की मात्रा पक्के आम की तुलना में काफ़ी ज़्यादा होती है...
ीरे का रायता बहुत शीतल और स्वादिष्ट होता है. गर्मी के मौसम में ख़ासतौर पर यह रायता पराठे के साथ बहुत अच्छा लगता है. खीरे के रआयते में ताजी पुदीने की पत्तियाँ चार चाँद लगा देती हैं. खीरा शरीर को ठंडक पहुँचाता है. खीरे में विटामिन ए और सी प्रचुर मात्रा में होते है, और इसमें खनिजों का भी भंडार होता है...
बूँदी का रायता उत्तर भारत में आमतौर पर हर उत्सव में बनता है. पूरी और आलू टमाटर के रसे के साथ बूँदी रायता बहुत स्वादिष्ट लगता है. वैसे तो आजकल बूँदी भारतीय स्टोर में आसानी से मिल जाती है लेकिन फिर भी आप चाहें तो बूँदी को आसानी से घर पर भी बनाया जा सकता है....
आम का रायता बनाने में बहुत ही आसान और खाने में बेहद लज़ीज़ होता है. इस स्वादिष्ट रायते को बनाना भी बेहत आसान है. चटपट बनने वाले इस रायते की यह विधि मेरी भाभी की है तो उनका बहुत बहुत शुक्रिया इस रेसीपी को हम से साझा करने के लिए. आम के इस मौसम में चलिए बनाते हैं स्वादिष्ट आम का रायता. हमेशा की तरह आपके विचारों और कमेंट का इंतजार रहेगा.....
गर्मी के मौसम में शीतल पेय, आइस्क्रीम और ताजे फलों और सब्जियों के सलाद बड़े ठंडक पहुँचाने वाले होते हैं. आजकल जब बाजार में मकई के दाने, फलों के राजा आम, अनानास, खीरा, इत्यादि बहुतायत में मिल रहें हैं तो चलिए फिर इन्ही ताजी चीज़ों से एक लज़ीज़ और पौष्टिक रंग बिरंगा सलाद बनाते हैं. इस विधि का आइडिया मुझे शेफ़ संजीव कपूर जी के बनाए एक सलाद से आया है. .......
मट्ठा जिसे छाछ के नाम से भी जाना जाता है, एक स्वास्थवर्धक और स्वादिष्ट पेय है. मट्ठे को दही से बनाया जाता है और दही गर्मियों में दूध से ज़यादा फ़ाएदेमंद रहता है और इसको हजम करना भी आसान होता है. मट्ठा गर्मी में यह ठंडक पहुँचाता है और दही में मौजूद जीवाणु पेट के लिए अच्छे रहते हैं.
Jजंगल फ्रेश स्वादिष्ट और ताज़गी भरा पेय है जिसे ताजे पुदीने की पत्तियों , नीबू के रस, और संतरे के रस में नमक और शक्कर के स्वाद के साथ बनाया गया है. यह मॉकटेल सभी को बहुत पसंद आता है. तो बनाइए जंगल फ्रेश मॉकटेल.....
फलों की यह चाट स्वादिष्ट होने के साथ ही स्वाथ्यवर्धक भी हैं. फलों के साथ तजि पतियों की सुगंध के साथ यह फलों की चाट और भी ताजगी भरी लगती है. व्रत के दिन यह फल की चाट आपको विटमिन्स, खनिज, रेशे, और प्राकर्तिक शर्करा बहुतायत में देते हैं. तो चलिए बनाते हैं यह फलाहारी चाट....