See this page in English
कौंबो खाने (कंबो मील्स) का प्रचलन कहाँ से शुरू हुआ यह तो मुझे नही पता, लेकिन यह एक आम धारणा है कि कौंबो खाने खाली फास्ट फूड जॉइंटस में ही मिलते हैं और यह खाने सेहत के लिए अच्छे नही होते हैं. ऐसा बिल्कुल भी नही है. कुछ डिश ऐसी होती हैं जिनको किसी विशेष प्रकार की रोटी या किसी और चीज़ के साथ सर्व करो तो ज़्यादा स्वाद देती हैं. तो फिर वो एक दूसरे के पूरक बन जाते हैं - जैसे कि, छोले भटूरे, सरसों का साग और मक्के की रोटी, पाव-भाजी, कढ़ी-चावल, राजमा-चावल, छोले चावल, इडली और सांभर, अब मैं लिखूं तो पूरी किताब लिख जाए इन कौंबो मील्स (combo meals) पर..
अब इतने सारे ऐसे खाने हैं जो की कौंबो ( combos) की श्रेणी में आते है, तो अभी के लिए मैं यहाँ कुछ सदाबहार कौंबो जो पूरे भारत में बहुत लोकप्रिय हैं उनकी रेसिपी लिख रही हूँ. उनमें से अधिकांश भारत में नाश्ते के रूप में सर्व किए जाते हैं, लेकिन मैं तो इन्हें संपूर्ण खाने के रूप में ही सर्व करना पसंद करती हूँ, किसी मौसम अनुसार पेय के साथ..
तो फिर चलिए बनाते हैं कुछ मुहँ में पानी ला देने वाले कोम्बो मील्स (Combo मील्स) जो हैं एक दूसरे के पूरक . कृपया आप अपनी राय हमें जरूर लिखें.
शुभकामनाओं के साथ,
शुचि
इडली दक्षिण भारतीय व्यंजन है जो भारत के साथ ही साथ विदेश में भी बहुत मशहूर है. इडली को आप कभी भी बना सकते हैं; नाश्ते में या फिर खाने में....हमारे घर में इडली सांभर सभी को बहुत पसंद है....इडली को सांभर और चटनी के साथ परोसिए तो यह संपूर्ण भोजन बन जाता है- इसमें दाल, चावल, सब्जियाँ...
मेडू वड़ा आमतौर पर दक्षिण भारत में सुबह के नाश्ते में सर्व किया जाता है. उड़द की दाल से बनने वाले इस वड़े में बीच में छोटा सा छेद होता है. खाने में स्वादिष्ट इस वड़े को आप चाहें तो छुट्टी के दिन ब्रन्च में भी बना सकते हैं. मेदू वड़े को संभार और चटनी के साथ परोसा जाता है.....
दक्षिण भारत का सबसे मशहूर व्यंजन है डोसा. दाल और चावल के खमीर उठे घोल से बनाया गया यह डोसा, सांभर और कई प्रकार की चटनी के साथ परोसा जाता है. डोसा भी नाना प्रकार के होते हैं, जैसे कि- मैसूर डोसा, रवा डोसा, प्याज डोसा, मसाला डोसा, पेपर डोसा आदि. आप दोसे को सांभर या फिर नारियल की चटनी की साथ परोस सकते हैं....
दाल बाटी राजस्थान प्रांत की ख़ासियत है. दाल बाटी की दल एक खास दाल है जिसे पंचमेल दाल कहते हैं. पंचमेल दाल अपने नाम के अनूरूप ही पाँच दालों को मिलकर बनाई जाती है. इस दाल को बाटी के साथ परोसा जाता है. पंचमेल दाल स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक भी होती है. यह प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत्र है. बाटी गेहूँ के आटे से बनाई जाने वाली एक खास भारतीय डिश है.....
सरसों का साग पंजाब की विशेषता है! इस स्वादिष्ट साग को मक्के की रोटी के साथ परोसा जाता है. आमतौर पर यह कोम्बो जाड़े के दिनों में बनाया जाता है जब ताजी सरसों बाजार में आसानी से उपलब्ध होती है. तो आप भी बनाइए सरसों का साग और मक्के की रोटी और लिखना ना भूलें अपने सुझाव......
उत्तपम सांभर, दक्षिण भारत से बहुत मशहूर व्यंजन है. उत्तपम दाल और चावल के ख्मीर उठे घोल के साथ-साथ रवा/ सूजी के घोल से भी बनाया जाता है. इसमें घोल में ही कटी सब्जियाँ डालकर तब उत्तपम बनाया जाता है. उत्तपम-सांभर और नारियल की चटनी, खाने में तो लाजवाब है....
रगड़ा पेटीज, पश्चिम भारत और ख़ासकर मुंबई की बहुत ही प्रसिध चाट है. सफेद मटर से बनाया गया रगड़ा उत्तर भारत में बनने वाली मटर की चाट और आलू टिक्की से मिलता जुलता है. अब यही तो ख़ासियत है भारतवर्ष की ! एक ही चीज़ को कितने रूप में पकाया जा सकता है......
राजमा में घुलनशील फाइबर बहुतायत में होता है. इसमें प्रोटीन, आइरन, और मैग्नीशियम आदि भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. राजमा से कई प्रकार के व्यंजन बनते हैं लेकिन राजमा की करी लाजवाब है. राजमा और चावल का कोम्बो पूरे उत्तर भारत में बहुत पसंद किया जाता है. राजमा चावल के साथ आप मट्ठा भी परोस सकते हैं....
पाव भाजी पश्चिमी भारत, विशेष रूप से महाराष्ट्र से एक बहुत लोकप्रिय कोम्बो है. पाव भाजी बच्चों को भी बहुत पसंद आती है. पाव भाजी को आप नाश्ते के जैसे, पार्टी में, रविवार को ब्रंच के जैसे या फिर जब भी मन करे बना सकते हैं और सर्व कर सकते हैं....
छोले भटूरे उत्तर भारत का सबसे लोकप्रिय कोम्बो है. मेरे दोनों बच्चों की खाने में अलग प्राथमिकताएँ हैं, लेकिन जब विकल्प छोले भटूरे है, तो निर्णय एकमत है. वैसे तो भारत में छोले भटूरे नाश्ते के तौर पर सर्व किए जाते हैं लेकिन आप चाहें तो मेरी तरह इन्हे खाने में भी सर्व कर सकते हैं...
इडली सांभर दक्षिण भारत से एक बहुत ही पसंदीदा कौम्बो है. इडली सांभर भारत में आमतौर पर नाश्ते में सर्व किया जाता है लेकिन मैं तो इसे दिन या फिर रात के भोजन में ही बनाती हूँ. इडली सांभर मेरा पसंदीदा कौंबो है क्योंकि यह एक बहुत ही स्वादिष्ट, पौष्टिक, और पूर्ण भोजन है. इसमें दाल, सब्जियाँ, सूजी/ रवा, दही, नारियल....
कढ़ी चावल उत्तर भारत का एक बेहद पसंदीदा कौंबो है. आमतौर पर इसे दोपहर के खाने में ही सर्व किया जाता है क्योंकि बेसन की तासीर थोड़ी भारी होती है. नैनीताल से थोड़ी दूर पर एक जगह है जिसका नाम नौकुचियाताल है, वहाँ पर कढ़ी चावल हर छोटे बड़े रेस्टोरेंट में मिलते हैं....
शाकाहारी कबाब कई तरह के होते हैं, जैसे की, अरबी के कबाब, कच्चे केले के कबाब, पपीते के कबाब इत्यादि. यह विधि मसूर की दाल के कबाब की है जो बनाने में तो आसान हैं ही खाने में भी आती स्वादिष्ट होते हैं, यह कबाब प्रोटीन, फाइबर, और विटामिन बी से भरपूर होते हैं और इनमें चिकनाई भी बहुत कम मात्रा में होती है. ..
मौसमी सब्जियों के साथ तैयार की जाने वाली यह चावल की डिश उत्तर भारत में बहुत लोकप्रिय है. गुलाबी जाड़ों में ताज़ा गाजर, मटर आदि के साथ तहरी के मज़े अलग ही हैं. तहरी को कई तरीके से बनाया जाता हा. कुछ लोग तहरी में सोयाबीन की बड़ी डालते हैं...
छोले उत्तर भारत की एक बहुत ही लोकप्रिय डिश है. बाज़ारों में भी छोले चावल या छोले भटूरे के ठेले आम तौर पर दिखाई दे ही जाते हैं. कानपुर में एक दुकान के उपर बोर्ड लगा रहता है "शास्त्री जी का कहना है, छोले खा कर रहना है!" वैसे छोले, चना मसाला के नाम से विदेश में भी बहुत लोकप्रिय हैं...
आलू के पराठे सप्ताहांत के लिए बहुत अच्छा ब्रंच रहते हैं. आलू के पराठे सभी उम्र के लोगों को पसंद आते हैं, और स्वादिष्ट भी बहुत होते हैं. बच्चों के लंच बॉक्स और पिकनिक के लिए भी आलू के पराठे अति उत्तम रहते हैं. आप आलू के साथ इसमें बारीक़ कटी प्याज भी मिला सकते हैं ....
मैंने पहली बार यह लज़ीज़ बॉम्बे बिरयानी अपने फ्रांस प्रवास के दौरान एक पाकिस्तानी दोस्त के घर खायी थी और तभी से मैं इसकी मुरीद हो गयी. बॉम्बे बिरयानी का यह शाकाहारी रूप तले हुए आलू को चावल के साथ खुश्बुदार मसालों में पका कर बनाते हैं. इस बिरयानी को बनानl आसान है....
साग पनीर को सरसों और पालक की करी में बनाया जाता है. साग पनीर भी पालक पनीर की तारह ही स्वाद और सेहत से भरपूर होता है और इसको बनाना भी आसान है. वैसे तो सरसों जाड़े के मौसम में बहुतायत में आती है लेकिन अब तो हरी सब्जियाँ गर्मी में भी आसानी से उपलब्ध हैं. आप साग पनीर को चावल या फाई अपनी पसंद की रोटी या पराठे के साथ परोस सकते हैं...
पालक की हल्के मसाले की करी और भुने आलू से बनाई गयी यह डिश बहुत लोकप्रिय है. पालक सेहत और स्वाद से भरपूर है, और बनाने में आसान ! पालक में विटामिन ए, सी, ई प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. इसमें फॉलिक आसिड भी बहुतायत में मिलता है. पलक आलू की करी को आप चावल के साथ परोस सकते हैं.
अरहर की दाल उत्तर प्रदेश में रोजाना में बनने वाली दाल है. दाल में प्रोटीन बहुतायत में होता है और शाकाहारी लोगों के लिए दालें आवश्यक रहती हैं.आमतौर पर दाल के साथ एक सूखी सब्जी, चावल और रोटी बनायी जाती है. आजकल लोगों के पास वक्त की कमी रहती है तो सिर्फ दाल चावल भी बनाये जाते हैं. अब यह आपके ऊपर है कि आप इस दाल के साथ क्या बनाना पसंद करते हैं.
आलू टमाटर का रसा हल्के मसालों के साथ बनाया जाता है. उत्तर भारत में, खासकर उत्तर प्रदेश में आलू टमाटर का रसा पराठे के साथ रोज़मर्रा में बनने वाली सब्जी है. आप आलू टमाटर के साथ अजवाइन वाले पराठे भी बना सकते हैं....
पनीर का नाम आते ही सभी के मुहँ में पानी आ जाता है. विदेश में तो पनीर बटर मसाला और नान बहुत ही प्रसिद्ध हैं. हर छोटे बड़े भारतीय रेस्टोरेंट में यह कॉम्बो आपको आसानी से मिल जायेगा. आप मटर पनीर, पनीर पसंद, या फिर और भी कोई करी बना सकते हैं नान के साथ. आप पनीर की करी को राइस के साथ भी परोस सकते हैं.....
बनारसी दम आलू एक वैष्णव व्यंजन है. वैष्णव खाने में प्याज और लहसुन का बिल्कुल भी प्रयोग नही होता है. दम आलू में छोटे आलूओं को गोदकर फिर तला जाता है और फिर विभिन्न प्रकार के मसालों की करी में दम पर यानि कि धीमी आँच पर पकाया जाता है. दम आलू को आप पूरी के साथ परोस सकते हैं....
Pooris are deep fried Indian breads made with wheat flour. Poori are usually made for the festivals, ceremony, parties, etc, but there isn’t any rules; you can make pooris when you feel like eating them. Poori and sookhe aloo (dry potato vegetable) is a perfect combo for travel.....