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18, अक्तूबर-2024
प्रिय पाठकों,
इस वर्ष करवा चौथ का पर्व 19 अक्टूबर को अमेरिका में और 20 अक्तूबर को भारत में है. करवा चौथ एक प्रमुख उत्तर भारतीय त्योहार है। यह भारत के पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, और राजस्थान इत्यादि राज्यों में मुख्य रूप से मनाया जाता है. करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को किया जाता है। इस दिन सुहागिन औरतें व्रत रखती हैं और बिना अन्न जल ग्रहण करें अपने पति की लंबी उम्र की पार्थना करती हैं. शाम को चाँद देखने के बाद उपवास खोलने के पश्चात ही खाना खाया जाता है....
होई अष्टमी एक प्रमुख उत्तर भारतीय त्योहार है। होई अष्टमी इस वर्ष 23-24अक्तूबर को है. होई अष्टमी का व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को किया जाता है। इस दिन माताएँ अपने बच्चों की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं. शाम को तारे देखने के बाद उपवास खोलने के पश्चात ही खाना खाया जाता है....
आने वाले कुछ और त्यौहार इस प्रकार हैं....
करवा चौथ 19 अक्टूबर अमेरिका में और 20 अक्तूबर भारत में
होई अष्टमी 23-24 अक्तूबर
धनतेरस 29 अक्तूबर
छोटी दीवाली / नरक चौथ 30 अक्तूबर
दीवाली 31 अक्तूबर
अन्नकूट/ पड़वा 1 नवम्बर
भाई दूज 2 नवम्बर
हमारे परिवार में करवा चौथ की पूजा के लिए गुलगुले बनाने की प्रथा है. हमारे परिवार में व्रत के बाद बिना प्याज लहसुन का खाना खाया जाता है जबकि हमारी कुछ पंजाबी दोस्तों के यहाँ ऐसा कुछ नहीं है. इसी तरह हमारे परिवार में व्रत के बाद पक्का खाना खाया जाता है जैसे कि पूड़ी, कचौड़ी, सब्जी, दही वडे इत्यादि जबकि हमारे कुछ दोस्तों के यहाँ दाल चावल भी खाया जाता है. तो आप अपने परिवार की परंपरा के अनुसार खाना बनायें इस करवा चौथ के त्यौहार पर.
करवा चौथ की शुभकामनाओं के साथ,
शुचि
गुलगुले अपने नाम के अनुरूप गोल-गोल होते हैं. यह बहुत ही पारंपरिक मिठाई है जिसे तीज-त्यौहार, और खासतौर पर करवाचौथ और बसौड़ा आदि पर बनाया जाता है. इस पारंपरिक गुलगुले में मैने थोड़ी इलायची डाली है खुश्बू और स्वाद के लिए, और इनको थोड़ा धीमी आँच पर तला है जिससे यह करारे हो जाएँ. तो आप भी बनाइए गुलगुले.... .
रसगुल्ला और रसगुल्ले सभी को बहुत पसंद होते हैं क्योंकि यह बहुत हल्के होते हैं. वैसे तो बंगाली मिठाई पूरे भारत में बहुत लोकप्रिय हैं, लेकिन रसगुल्ला- इसका तो कोई तोड़ ही नही है. अच्छे रसगुल्ले एकदम मुलायम होते हैं और मुँह में रखते ही घुल जाते हैं. रसगुल्ले बनLने कि यह विधि एकदम पारंपरिक बंगाली विधि है ...
मूँग की दाल का हलवा बहुत ही पारंपरिक मिठाई है. जाड़े के मौसम में भारत में तीज त्यौहार, शादियों आदि में मूँग दाल हलवा बहुत चाव से बनता है. वैसे तो यह हलवा बहुत स्वादिष्ट होता है लेकिन इसमें खालिस घी भी जमकर पड़ता है. हमने यहाँ एक आसान विधि बताई है हलवा बनाने की. इसमें गीली दाल की जगह हमने सूखी मूँग दाल को पीसा है जिसे भूनना आसान होता है और घी भी कम लगता है. मैने एक कप मूँग दाल का हलवा..
गुलाब जामुन एक बेहद पसंद करी जाने वाली पारंपरिक मिठाई है. पारंपरिक गुलाब जामुन खोए/ मावा से बनाए जाते हैं वैसे आजकल ब्रेड के गुलाब जामुन से लेकर आलू, पनीर, इत्यादि के गुलाब जामुन भी प्रचलन में हैं. चलिए हम पहले खोए से पारंपरिक गुलाब जामुन बनाएँ...
मठरी उत्तर-भारतीय व्यंजन है. वैसे तो मठरी को तल कर बनाया जाता है, लेकिन हम यहाँ पर मठरी को बेक करेंगें. हमने यहाँ मैदा कम और आटे का ज़्यादा इस्तेमाल किया है जिससे यह मठरी स्वादिष्ट होने के साथ में सेहत के लिए भी ठीक रहें. मठरी को कई हफ्तों तक रखा जा सकता है. मठरी नीबू के अचार के साथ बहुत स्वादिष्ट लगती है...
मठरी उत्तर-भारतीय व्यंजन है. यह तल कर बनाई जाती हैं, और इन्हें कई दिनों तक रखा जा सकता है. मीठी या खट्टी चटनी के साथ मठरी बड़ी मजेदार लगती हैं. इन्हें आप चाट के साथ भी परोस सकते हैं, और सुबह चाय के साथ भी. बच्चों को भी मठरी बहुत पसंद आती है. ...
बनारसी दम आलू एक वैष्णव व्यंजन है. वैष्णव खाने में प्याज और लहसुन का बिल्कुल भी प्रयोग नही होता है. दम आलू में छोटे आलूओं को गोदकर फिर तला जाता है और फिर विभिन्न प्रकार के मसालों की करी में दम पर यानि कि धीमी आँच पर पकाया जाता है. अगर आप तले हुए खाने से परहेज करते हैं तो आप उबले आलू से भी दम आलू बना सकते हैं. ....
नवरत्न कोरमा-जैसा कि नाम से ही जाहिर है नौ खास चीज़ों की बनी स्वादिष्ट, नाज़ुक करी है. इस शाही करी में सब्जियों के साथ-साथ आमतौर पर पनीर, काजू, किशमिश, मखाने, इत्यादि होते हैं. इस व्यंजन को बनाने के कई तरीके हैं लेकिन मैं इसे खोए के साथ बनाना पसंद करी हूँ ... तो आप भी आजमाएँ यह शाही व्यंजन........
साग पनीर को सरसों और पालक की करी में बनाया जाता है. साग पनीर भी पालक पनीर की तारह ही स्वाद और सेहत से भरपूर होता है और इसको बनाना भी आसान है. वैसे तो सरसों जाड़े के मौसम में बहुतायत में आती है लेकिन अब तो हरी सब्जियाँ गर्मी में भी आसानी से उपलब्ध हैं लेकिन ....
पनीर बटर मसाला/ पनीर मक्खनी भारत ही नही बल्कि पूरी दुनिया में बेहद मशहूर है. पनीर की डिश किसी भी शाकाहारी पार्टी की ख़ासियत होती है और पनीर मक्खनी तो लाजवाब है. हमारे घर पर होने वाली पार्टी से लेकर कुकिंग क्लास और वेबसाइट सभी पर लोग इसकी रेसिपी पूछते है. कई पाठकों ने फरमाइश की है कि रेस्टोरेंट के जैसा पनीर बटर मसाला बनाना बताएँ......
मेथी मलाई पनीर एक रिच पनीर की डिश है. प्याज, टमाटर, ताजी क्रीम, और मसालों के मिश्रण, ख़ासतौर पर मेथी की ताजी पत्तियों के साथ तैयार करी गयी यह करी बहुत स्वादिष्ट होती है. पनीर की डिश किसी भी शाकाहारी पार्टी की ख़ासियत होती है और मेथी मलाई पनीर एक लाजवाब डिश है ..
पनीर, शिमला मिर्च और प्याज के टुकड़ों, को टमाटर, मसालों और क्रीम की करी में बनाया जाता है. इस विधि में भी शिमला मिर्च को पनीर जालफ्रेजी, और चिली पनीर की तरह थोड़ा क्रिस्प रखा जाता है. कड़ाही पनीर जिसे हाँडी पनीर भी कहते हैं एक बहुत जायकेदार व्यंजन है. मैंने पनीर की इस डिश का आइडिया ...
छोले को कई और भी नाम से जाना जाता है जैसे कि काबुली चने/ चना मसाला इत्यादि. छोले उत्तर भारत की एक बहुत ही लोकप्रिय डिश है. बाज़ारों में भी छोले चावल या छोले भटूरे के ठेले आम तौर पर दिखाई दे ही जाते हैं. कानपुर में एक दुकान के उपर बोर्ड लगा रहता है "शास्त्री जी का कहना है, छोले खा कर रहना है!" वैसे छोले, चना मसाला के नाम से विदेश में भी बहुत लोकप्रिय हैं.
छोले उत्तर भारत, ख़ासतौर पर पंजाब, की लोकप्रिय डिश है. बाज़ारों में भी छोले चावल या छोले भटूरे के ठेले आम तौर पर दिखाई दे ही जाते हैं. कानपुर में एक दुकान के उपर बोर्ड लगा रहता है "शास्त्री जी का कहना है, छोले खा कर रहना है!"....
गोभी आलू की सब्जी ना केवल भारत वर्ष बल्कि बाहर के देशों में भी बहुत प्रसिद्ध है. इस सब्जी को बनाना भी बहुत आसान होता है. जाड़े के दिनों में जब भारत में ताजी गोभी आती हैं तो गोभी आलू की सब्जी बनाने पर उसकी खुश्बू पड़ोस तक जाती है. गोभी मटर आलू की ख़ासियत यह है ..
खट्टा मीठा कद्दू ख़ासतौर पर दाल की कचौरी के साथ परोसा जाता है. यह एक स्वादिष्ट सब्जी है और आप दाल चावल या फिर किसी और रोटी या पराठे के साथ भी सर्व कर सकते है. इस विधि के लिए हरे, और एकदम कच्चे कद्दू का प्रयोग किया जाता है. अब क्योंकि विदेश में तमाम तरह के कद्दू मिलते हैं लेकिन भारतीय कद्दू नही, तो मैने इस विधि के लिए एक प्रकार की जुचीनी(zucchini) .. ..
जाड़े के मौसम में बाजार कई प्रकार की ताजी सब्जियों से भरे रहते हैं. छोटे नये आलू और ताजी हरी मटर उनमें से हैं. हरी मटर में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और इसमें आइरन भी होता है. यह बनाने में आसान सब्जी खाने में बहुत स्वादिष्ट होती है. गरमागरम पराठे के साथ परोसें इस स्वादिष्ट सब्जी को...
अरबी जिसे कुछ लोग घुइया के नाम से भी जानते हैं एक गर्मी के मौसम की सब्जी है. शकर्कंडी, और आलू के जैसे अरबी के भी ट्यूबर खाए जाते हैं. वैसे अरबी के पत्तों भी खाने में इस्तेमाल किए जाते हैं और इनसे कई स्वादिष्ट व्यंजन बनते हैं जैसे उत्तर भारत में अरबी के पत्तों के पकौड़े और पासचिं में पात्रा. अरबी में कारबोहाइड्रेट, कई प्रकार के विटमिन्स ....
आलू टमाटर का रसा हल्के मसालों के साथ बनाया जाता है. उत्तर भारत में, खासकर उत्तर प्रदेश में आलू टमाटर का रसा पराठे के साथ रोज़मर्रा में बनने वाली सब्जी है....
मूली का कस एक पारंपरिक उत्तर भारतीय सलाद है, जिसे मूली को कद्दूकस करके और फिर उसमें नीबू का रस और थोड़ी हरी मिर्च, अदरक और हरी धनिया डालकर बनाया जाता है. हमारे घर पर पूड़ी कचौड़ी सब्जी के साथ मूली का कस ज़रूर बनता है. इस सलाद को बनाना बहुत आसान है और यह बहुत ही उम्दा होता है.....
मूँग की दाल के दही बड़े उत्तर प्रदेश में बहुत लोकप्रिय हैं. मूँग की दाल के बड़े उड़द की दाल के बड़े की तुलना में काफ़ी हल्के होते है और स्वाद में भी अति उत्तम. वैसे तो बड़े तल कर बनाए जाते हैं लेकींन दही बड़ों के बड़े पानी में भिगोये जाते हैं जिससे इनका सारा तेल निकल जाता है और बड़े काफ़ी हद तक चिकनाई मुक्त हो जाते हैं.....
बूँदी का रायता बहुत ही स्वादिष्ट चटपट बनने वाला रायता है. उत्तर भारत में आमतौर पर बूंदी का रायता हर उत्सव में बनता है. पूरी और आलू टमाटर के रसे के साथ बूँदी रायता बहुत स्वादिष्ट लगता है. बूंदी का रायता आप खिचड़ी, तहरी, या फिर बिरयानी किसी के साथ भी परोसें यह बहुत बढ़िया लगता है. .....
पूरी किसी भी तीज-त्यौहार, और उत्सव की जान होती है. पूजा के खाने में तो विशेषकर पूरी ही बनती है. पूरियों को अगर सही आँच पर तला जाए तो यह बहुत ही कम तेल सोखती हैं. तो देर किस बात की बनाइए नवमी पूजा के लिए पूरियाँ....
उड़द की दाल को आटे में गूँथ कर बनाई गयी यह पूरी कचौड़ी का स्वाद देती है. यह पूरियाँ बहुत जल्दी बन जाती हैं, और स्वादिष्ट भी बहुत लगती हैं. तो इस दीवाली पर बनाएँ स्वादिष्ट दाल की पूरियाँ .... ....
शाही पुलाव, जैसा कि नाम से ही जाहिर है बहुत ही शाही व्यंजन है. किसी भी और राजसी व्यंजन के जैसे इसमें भी काजू, केसर, इत्यादि का प्रयोग किया जाता है. अब यह चीज़ें महँगी होती हैं, शायद यही वजह है कि इन व्यंजनों को शाही व्यंजन कहा जाता है. शाही पुलाव को आप किसी भी रिच ग्रेवी के साथ परोस सकते हैं. ....
मेथी और पनीर से बनाया गया यह पुलाव स्वादिष्ट भी है और पौष्टिक भी. मेथी औषधीय तत्वों से भरपूर होती है. इसमें आइरन, कॅल्षियम, मॅगनिशियम इत्यादि तो होता ही है प्रचुर मात्रा में, इसके साथ साथ यह बहुत अच्छी पाचक भी होती है. मुझे मेथी और पनीर का संगम बहुत अच्छा लगता है क्योंकि मेथी स्वाद में हल्की सी कड़वी होती है ....
पनीर पुलाव बहुत ही लज़ीज़ चावल का व्यंजन है. इसमें चावल और पनीर के साथ सब्जियाँ भी होती हैं तो यह स्वादिष्ट तो है ही पौष्टिक भी है. इसे आप बच्चों के लंच बॉक्स में भी रख सकते हैं. वैसे तो यह पनीर पुलाव अपने आप में ही इतना स्वादिष्ट है कि बच्चे इसे ऐसे ही खाना पसन्द करते हैं लेकिन फिर भी आप इसे किसी भी करी या फिर रायते के साथ भी परोस सकते हैं...
सब्जियों से भरपूर यह लज़ीज़ चावल का व्यंजन हमारी भाभी के ज़रिए हम तक पहुँचा है. मेरी भाभी अर्पिता ने यह दिलरुबा राइस मेथी मलाई पनीर के साथ बनाया तो बड़े और बच्चे सब थोड़ा और चाहिए की माँग करते रहे. तो अगर आपके बच्चे सब्जियों से जी चुराते हैं तो आप उन्हे इस रूप में सब्जियाँ खिलाइए फिर देखिए वो कितने मज़े से खाते हैं यह दिलरुबा राइस...