गुलाब जामुन
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गुलाब जामुन एक बेहद पसंद करी जाने वाली पारंपरिक मिठाई है. पारंपरिक गुलाब जामुन खोए जिसे मावा भी कहा जाता है, से बनाए जाते हैं. दूध को लम्बे समय तक पकाकर जब उसका सारा पानी उड़ और यह एकदम गाढ़ा को जाये और ठंडा होने पर दरदरा सूखा सा हो जाये तब इस मिश्रण को मावा कहा जाता है. वैसे तो भारत में और विदेशों में भी भारतीय राशन कि दुकान में मावा आसानी से मिल जाता है लेकिन फिर भी शुद्धता के लिए आप मावा को घर पर भी बना सकते हैं.
वैसे आजकल ब्रेड के गुलाब जामुन से लेकर आलू, पनीर, इत्यादि के गुलाब जामुन भी प्रचलन में हैं. हम यहाँ खोए से पारंपरिक गुलाब जामुन बना रहे हैं जो खासतौर पर दीपावली या होली के अवसर पर बनाये जाते हैं. तो आप भी बनायें गुलाब जामुन और हमें अपनी राय जरूर लिखें. शुभकामनाओं के साथ, शुचि
तैयारी में लगने वाला समय:
10 मिनट
बनाने में लगने वाला समय:
30 मिनट
लगभग 150 कैलोरी हर गुलाम जामुन में
सामग्री 14 गुलाब जामुन के लिए
- खोया/ मावा 200 ग्राम
- मैदा 2½ बड़ा चम्मच
- दूध 2 बड़ा चम्मच
- इलायची पाउडर ¼ छोटा चम्मच
- बेकिंग सोडा ¼ छोटा चम्मच
- घी तलने के लिए
सामग्री भरने के लिए :
- केसर 15-16 धागे
- चिरौंजी/ काज 14 छोटे टुकड़े
- मिश्री/ इलायचीदाना 14 छोटे टुकड़े
सामग्री चाशनी के लिए:
- शक्कर 1½ कप / 300 ग्राम
- पानी 1½ कप
- केसर 5-6 धागे
- कुटी इलायची ¼ छोटा चम्मच
- गुलाब जल छोटा चम्मच
बनाने की विधि :
- सबसे पहले खोए/ मावे को कद्दूकस कर लें.
कद्दूकस करा खोया, दूध , मैदा, बेकिंग सोडा, और इलायची का पाउडर
- एक बर्तन में कद्दूकस करा खोया, मैदा, बेकिंग सोडा, और इलायची का पाउडर लें. सभी सामग्री को आपस में अच्छे से मिलाएँ. अब थोड़ा- थोड़ा गुनगुना दूध डालते हुए मुलायम आटा गूँथ लें..
गुलाब जामुन का आटा
- आटे को खूब अच्छे से मलें जिससे कि यह एकदम चिकना हो जाए.
- अब इस आटे को 14 हिस्सों में बाट लें. हाथ में ज़रा सी चिकनाई लगाकर लोई को चिकना करें. अब इसे एक कपड़े से ढककर रखें.
- अब एक लोई को लीजिए, इसको हाथ से दबाकर चपटा करें और इसके बीच में मिश्री/ इलायचीदाना, केसर का धागा, और चिरौंजी/ काजू के छोटे टुकड़े रखें.
- अब आहिस्ता से लोई को बंद कर दें. हथेली में धीरे से घूमकर गोले को एकदम चिकना कर लें. अगर इसमें दरार होगीं तो गुलाब जामुन तलने में फट सकता है.
- इसी प्रकार सभी लोइयाँ तैयार कर लें. ध्यान रखिए की लोइयों को हमेशा कपड़े से ढक कर रखें जिससे वह सूखने ना पाएँ.
- अब एक कड़ाही में धीमी आँच पर घी गरम करें. मैने ख़ासतौर पर कुछ पाठकों की फरमाइश पर घी का तापमान जाँचा था जो कि करीब 160°F/ 70°C था. अब इसमें कुछ गोले डालें और आहिस्ता से कलछी से इसमें सभी तरफ से घी डालते रहें. ऐसा करने से गुलाब जामुन सभी तरफ से एक सा रंग लेते हैं. गुलाब जामुन को घी में हौले-हौले हिलाते रहें.
गुलाब जामुन को धीमी आँच पर तलते हुए
- गुलाब जामुन के सुनहरा-लाल होने तक तलें. इस प्रक्रिया में लगभग 10-12 मिनट का समय लगता है. तले गुलाब जामुन को किचन पेपर पर निकालें.
तले गुलाब जामुन
- अब आप एक फैले मुँह के बर्तन में डेढ़ कप शक्कर को डेढ़ कप पानी मे उबालिए. शक्कर के पिघलने के बाद और एक उबाल आ जाने के बाद आँच को धीमा कर दें और चाशनी को 5 मिनट के लिए पकने दें. इस मिठाई के लिए हमें ज़्यादा गाढ़ी चाशनी नही चाहिए. अब आप चाशनी में कुटी इलायची, गुलाब जल और केसर के धागे डालें.
- जब गुलाब जामुन गुनगुने गरम हैं तो इन्हे गरम चाशनी में डालें और अच्छी तरह से सभी तरफ़ से चाशनी में डुबो कर रखें. गुलाब जामुन को कम से कम 20 मिनट गरम चाशनी में भीगने दें जिससे की यह अंदर तक चाशनी पी लें और मुलायम हो जाएँ. अगर चाशनी ठंडी हो जाए तो इसे मध्यम आँच पर गरम करें.
- सबके मनपसंद गुलाब जामुन अब तैयार हैं. सर्दी के मौसम में गरम गरम गुलाब जामुन बेहद लज़ीज़ लगते हैं. और गर्मी के मौसम में गरम गुलाब जामुन को ठंडी-ठंडी वेनिला आइस्क्रीम के साथ परोसिए, खाने वाले उंगली चाटते रह जाएँगे.
कुछ नुस्खे/ सुझाव
- यह जो चाशनी आप देख रहें हैं यह कुछ ज़्यादा लाल है क्योंकि मैने ब्राउन शुगर का इस्तेमाल किया है.
- गुलाब जामुन के बीच में कुछ भर देने से गुलाब जामुन अंदर से एकदम मुलायम रहते हैं.
- गुलाब जामुन को धीमी आँच पर तलना चाहिए. गुलाब जामुन तलते समय घी में पूरी तरह से डूबे रहने चाहिएं. अगर कड़ाही में घी कम है तो आप कलछी से गुलाब जामुन पर घी डालते रहिए और गुलाब जामुन को हौले-हौले हिलाते रहिए.