मटर की कचौड़ी
See this recipe in English
मटर की कचौड़ी पूरब यानि की बंगाल की ख़ासियत है. ताजे हारे मटर से बनने वाली यह कचौरी बड़ी स्वादिष्ट होती हैं. पारंपरिक विधि में इसे बनाएँ तो यह कचौरी मैदा से बनाई जाती हैं लेकिन मैने इन्हे गेहूँ के आटे से बनाया है . पिछले हफ्ते मैं लाइब्ररी से भारतीय पाककला की एक बड़ी पुरानी किताब लेकर आई तो उसमें इन स्वादिष्ट कचौरी का बंगला नाम भी लिखा था इसे. बंगला में कोरायेशूटिर कोचुरि......
सामग्री भरने के लिए
(16 कचौड़ी के लिए )
- हरी मटर 1½ कप
- अदरक ½ इंच टुकड़ा
- हरी मिर्च 1
- जीरा ½ छोटा चम्मच
- हींग 1 चुटकी
- नमक ½ छोटा चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर ¼ छोटा
- चम्मच
चाट मसाला ¼ छोटा चम्मच
- गरम मसाला ¼ छोटा चम्मच
- आयिल 1 बड़ा चम्मच
सामग्री आटा गूथने के लिए
- गेहूँ का आटा 1 कप
- नमक ¼ छोटा चम्मच
- तेल 1 बड़ा चम्मच + तलने के लिए
- पानी लगभग ½ कप
बनाने की विधि :
भरावन के लिए
- हरी मटर को धोकर एक कप पानी में एक चुटकी नमक और ज़रा सी शक्कर डालकर गलने तक उबाल लें. शक्कर और नमक डालने से मटर का हरा रंग बरकरार रहता है.
- उबली मटर को थोड़ी देर के लिए छलनी पर छोड़ दें जिससे उसका पानी निकल जाए.
- हरी मिर्च का डंठल हटा कर उसे धो लें. अदरक का छिलका हटा कर उसे भी धो लें और फिर इन्हे बारीक-बारीक काट लें.
- अब एक नॉन स्टिक कड़ाही में मध्यम आँच पर तेल गरम करें. अब इसमें जीरा डालें और कुछ सेकेंड के लिए भूनें और फिर हींग डालें. अब आँच धीमी करके कटी हरी मिर्च और अदरक डालकर कुछ सेकेंड्स भूनें.
- अब उबली मटर, नमक, और बाकी सारे मसाले डालें और मटर को अच्छे से भूनें. भूनते समय मटर को अच्छे से मसलते जाए. इस पूरी प्रक्रिया में ५-७ मिनट का समय लगता है. ध्यान रखें कि मटर का सारा पानी सूख जाए. इससे इसको कचौड़ी में भरने में आसानी होती है.
हरी मटर का मसाला कचौड़ी में भरने के लिए
आटा गूथने के लिए
- अब एक बर्तन में आटा लें. इसमें 1 बड़ा चम्मच तेल और नमक डालकर अच्छे से मिलाएँ. अब इसमें थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए मध्यम मुलायम आटा गूँथ लें. अब इस आटे को गीले कपड़े से ढककर दस मिनट के लिए रख दें.
- अब गूँथे आटे को 10 बराबर हिस्से में बाँटे.
- एक लोई लें और इसे 2 इंच के गोले में बेलें. अब इसके बीच में एक चम्मच मटर का मसाला रखें. अब किनारों को पास लाते हुए गोले को बंद करें. मैं ऊपर की खाली चोंच निकलना पसंद करती हूँ , ऐसा करने से मसाला एकसार कचौड़ी में फैलता है. लेकिन अगर आप को यह प्रक्रिया मुश्किल लगती है तो आप सीधे लोई बंद करके बेलें.
लोई को बेलकर , बीच में मटर का मसाला रखने के बाद कचौड़ी को बंद करना
- अब थोड़ा सा तेल लगाकर 2 1/2 इंच की कचौड़ी बेलें.
मसाला भरने के बाद, ऊपर से एक्सट्रा आटा निकालना कचौड़ी बेलने के बाद
- अब एक कड़ाही में मध्यम आँच पर तेल गरम करें, इसमें कचौड़ी डालें और इसे दोनों तरफ से सुनहरा होने तक तलें. कचौड़ी को किचन पेपर पर निकाल लें.
- सभी मटर की कचौड़ियों को भी इसी प्रकार से बना लें.
स्वादिष्ट कचौरियाँ अब तैयार हैं परोसने के लिए. मटर की कचौड़ी को बंगाल में दम आलू के साथ परोसा जाता है. मैं आमतौर पर कचौड़ियों को हल्की करी जैसे की आलू टमाटर के रसा के साथ परोसना पसंद करती हूँ. आप इन कचौड़ियों को अपनी पसंद की करी के साथ परोसें.
कुछ और रोटी, पराठे...