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मीठे चावल विशेष रूप से बसंत पंचमी के पर्व पर माँ सरस्वती की पूजा के लिए बनाए जाते हैं. चावल में शक्कर, सूखे मेवे, और केसर की भीनी-भीनी खुश्बू लिए यह चावल बहुत स्वादिष्ट होते हैं. इनको केसरिया चावल भी कहते हैं. केसरिया चावल को शुद्ध देशी घी में पकाया जाता है। मीठे चावल को बनाने की कई विधियाँ हैं। मैं यहाँ पर पारंपरिक उत्तर भारतीय विधि से केसरिया चावल बना रही हूँ। आशा है आपको यह मीठे केसरिया चावल की विधि पसंद आए। तो आप भी बनाइये बसंत पंचमी के शुभ पर्व पर केसरिया मीठे चावल और अपनी बहुमूल्य राय हमें जरूर लिखें।
कुछ और स्वादिष्ट भारतीय मिठाइयाँ
रवा केसरी सूजी का एक प्रकार का केसरिया हलवा है. सूजी के हलवे को भारत के अलग अलग प्रांतों में अलग अलग तरीके से बनाया जाता है . जैसे क़ि उत्तर भारत में जहाँ हम सूजी को एकदम लाल होने तक भूनते हैं और हलवा भी लाल ही होता है वहीँ मेरी गुजराती सहेली हल्कि सूजी भूनकर इसे दूध में पकाकर हलवा बनाती है . दक्षिण भारत में रवा केसरी बनाने का चलन है ...अब यही तो हमारे देश क़ि खासियत है भिन्नता में एकता ......
मूँग की दाल का हलवा बहुत ही पारंपरिक मिठाई है. जाड़े के मौसम में भारत में तीज त्यौहार, शादियों आदि में मूँग दाल हलवा बहुत चाव से बनता है. वैसे तो यह हलवा बहुत स्वादिष्ट होता है लेकिन इसमें खालिस घी भी जमकर पड़ता है. हमने यहाँ एक आसान विधि बताई है हलवा बनाने की. इसमें गीली दाल की जगह हमने सूखी मूँग दाल को पीसा है जिसे भूनना आसान होता है और घी भी कम लगता है. मैने एक कप मूँग दाल का हलवा..