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जीरा -जीरा हर भारतीय रसोई में मिलने वाला एक ज़रूरी मसाला है. जीरे का उपयोग दालों, करी , अचारों इत्यादि में होता है. भुने जीरे का प्रयोग भी भारतीय खाने में बहुतायत में होता है. जीरे को भून कर और पीस कर दही के व्यंजनों , देसी पेय, चटनी, गलका, चाट इत्यादि में भी डालते हैं. आप जीरे को भून और पीस कर एयरटाइट डिब्बे में रख सकते हैं जिससे इसका इस्तेमाल आसान हो जाता है. वैसे मेरी दादी माँ ज़रूर पड़ने पर तुरंत ही रोटी सेकने के बाद गरम तवे पर जीरा भून कर उसे चकले के ऊपर बेलन से दरोर लेती थीं. मैं जीरे को पहले भून और पीस कर रखती हूँ जिससे मुझे रोजाना में मट्ठा या रायता बनाने में बहुत आसानी रहती है तो आप भी आजमाएँ यह विधि...शुचि
आम का रायता बनाने में बहुत ही आसान और खाने में बेहद लज़ीज़ होता है. इस स्वादिष्ट रायते को बनाना भी बेहत आसान है. चटपट बनने वाले इस रायते की यह विधि मेरी भाभी की है तो उनका बहुत बहुत शुक्रिया इस रेसीपी को हम से साझा करने के लिए. आम के इस मौसम में चलिए बनाते हैं स्वादिष्ट आम का रायता. हमेशा की तरह आपके विचारों और कमेंट का इंतजार रहेगा....
पापड़ी चाट भारत की बहुत ही प्रसिद्ध चाट है. पापड़ी को बननाए के तरीके अलग अलग हो सकते हैं लेकिन स्वाद वही चिरपरिचित स्वादिष्ट होता है.....हमारे शहर कानपुर में पापड़ी तिकोनी बनाई जाती थी लेकि ज़्यादातर दूसरे शहरों में मैने गोल पापड़ी ही देखी है. पापड़ी चाट को कुछ लोग सेव पूरी के नाम से भी जानते हैं. वैसे तो आजकल पापड़ी बाजार में आसानी से मिल जाती है लेकिन अगर आप चाहें तो इन्हे घर पर भी आसानी से बनाया जा सकता है...
गल्का एक पारंपरिक उत्तर भारतीय आम का खट्टा मीठा अचार है. मुझे याद है जब मैं छोटी थी तब मेरी दादी गलके को धूप में पका कर बनाती थीं. मेरी दादी के अचार को बनाने में 15-20 दिन लगते थे. लेकिन मेरी मम्मी नौकरी करती थीं तो उनके पास इतना वक्त नही होता था कि रोज अचार को धूप दिखाएँ तो मम्मी इस आम के गलके को आँच पर पका कर बनाती हैं....
मूँग की दाल के दही बड़े उत्तर प्रदेश में बहुत लोकप्रिय हैं. मूँग की दाल के बड़े उड़द की दल बड़े की तुलना में काफ़ी हल्के होते है और स्वाद में भी अति उत्तम. वैसे तो बड़े ताल कर बनाए जाते हैं लेकींन दही बड़ों के बड़े पानी में भिगोये जाते हैं जिससे इनका सारा तेल निकल जाता है और बड़े काफ़ी हद.....
यह है एक खट्टा और मीठा कच्चे आम का पेय है. वो लोग जो खट्टा आम का पाना नही पी पाते हैं , उनके लिए यह पेय बहुत अच्छा रहेगा. कच्चे आम विटामिन सी और विटामिन ए के अच्छे स्रोत है. कच्चे आम में विटामिन सी की मात्रा पक्के आम की तुलना में काफ़ी ज़्यादा होती है....
मैंगो पना/आम का पना, कच्चे आम और पुदीने की पट्टियों से बनने वाला बहुत ही स्वादिष्ट पेय है. ख़ासतौर पर गर्मियों के मौसम में जब लू चलती है तो यह बिल्कुल अमृत के जैसा ठंडक पहुँचता है. इसमें न तो वसा है और ना ही कोलेस्ट्रॉल, अब और क्या चाहिए- स्वाद भी और सेहत भी . इस पेय को गोलगप्पे के पानी का पानी के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है...