भरवाँ करेले
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करेले आमतौर पर बहुत कड़वे होते हैं, लेकिन फिर भी अपने औषधीय मूल्यों की वजह से यह पूरे भारत में ही बहुत लोकप्रिय हैं. भारत में अलग- अलग प्रांतों में करेलों का प्रयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों को बनाने में होता है. अगर आप विदेश में रहते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि करेले इंडियन स्टोर, एशियन स्टोर और अमेरिका में कभी कभी रेग्युलर सुपर मार्केट में भी मिल जाते हैं. भारत में डॉक्टर कहते हैं कि करेले मधुमेह के मरीजों के लिए बहुत अच्छे सब्जी है क्योंकि यह सुगर लेवल को काबू में रखती है. आप चाहें तो गर्मी के मौसम में करेले को घर की बगिया में भी उगा सकते हैं.
यहाँ हम आपको एक बहुत ही स्वादिष्ट और पारंपरिक सब्जी बनाना बता रहे हैं. भरवाँ करेले पराठे के साथ बहुत अच्छी लगती है वैसे आप इसे दाल चावल के साथ भी परोस सकते हैं. भरवाँ करेले उत्तर भारत में बहुत पसंद किए जाते हैं. करेले जल्दी खराब नही होते हैं तो इनको ज़्यादा से बनाकर भी रख सकते हैं. सफ़र में ले जाने के लिए भी करेले की सब्जी बहुत अच्छी रहती है. मैं एक वैष्णव परिवार में जन्मी और पली बढ़ी हूँ तो हमारे घर में खाने में प्याज लहसुन का प्रयोग नहीं होता था जबकि मेरी ससुराल में करेले में प्याज डाली जाती है तो मैं दोनों ही तरीके से करेले की भरावन बनाती हूँ और यह दोनों ही तरीके से बहुत अच्छा लगता तो आप अपने परिवार के स्वाद के अनुसार बनायें बनाएँ यह भरवाँ करेले और हमेशा की तरह कृपया हमें अपनी सलाह ज़रूर लिखें. शुचि
सामग्री
- करेले 500 ग्राम
- नमक 1 ½ बड़ा चम्मच
सामग्री- करेले में भरने के लिए
- हींग 2 चुटकी
- कलौंजी ½ छोटा चम्मच
- पिसी सौंफ 2½ बड़ा चम्मच
- हल्दी पाउडर ½ छोटा चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर 1 छोटा चम्मच
- धनिया पाउडर 1 ½ बड़ा चम्मच
- मेथी पाउडर 1 छोटा चम्मच
- गुड़, घिसा हुआ 2 छोटा चम्मच
- नमक ¾ छोटा चम्मच
- अमचूर पाउडर 1 ½ छोटा चम्मच
सामग्री- करेले को पकाने के लिए
बनाने की विधि :
- करेले का मोटा डंठल कटा कर उसे धो लें. अब करेले की बाहरी त्वचा को खुरच कर अलग रख लें. अगर करेले बड़े और लम्बे हैं तो इन्हें बीच से काट लें. अब करेले में बीच से चीरा लगाएँ, ध्यान रखें कि करेला बीच से दो टुकड़ों में ना कटने पाए. अगर करेले में कड़े बीज हैं तो हटा दीजिए लेकिन मुलायम बीज रहने दीजिए यह पककर स्वादिष्ट लगते हैं.
करेले की बाहरी खुरचन
- अब करेले और करेले की खुरचन में अच्छे से नमक लगाएँ और लगभग आधे घंटे के लिए अलग रख दे. ऐसा करने से करेले की कड़वाहट थोड़ी निकल जाती है.
करेले में नमक भरने के बाद
- लगभग आधे घंटे बाद करेले को अच्छे से धो लें जिससे कि उसका नमक निकल जाए. अब करेले की खुरचन को भी चलनी में करके अच्छे से धो लें. निचोड़ कर पानी निकल दें और करेले और उसकी खुरचन को अलग रखें.
- अब एक कटोरे में करेले की खुरचन और सभी मसालों को अच्छे से मिलाएँ. अगर मसाला बहुत सूखा है तो एक चम्मच पानी/ तेल मिला सकते है.
- लंबाई में चीरा लगे करेले खोलिए और मसाले को इसके अंदर भारिए.
- अब एक फ्राइंग पैन में 2-3 बड़े चम्मच तेल गरम करिए और करेलों को इस पर एक एक करके रखें. आंच को धीमा करके 7-8 मिनट पकाएं.
- 7-8 मिनट बाद करेलों को चिमटे की मदद से पलट दें और दूसरी तरफ से भी पकाएं. जब करेले अच्छे से पाक जाएँ और गल भी जाएँ तो आंच बंद कर दें. भरवाँ करेलों को पकाने में लगभग २० मिनट लगते हैं.
- स्वादिष्ट भरवाँ करेले तैयार हैं परोसने के लिए, रोटी पूरी या फिर पराठा किसी के भी साथ परोसिए इन लाजवाब करेलों को..
- भरवाँ करेले को आप 10 दिन तक फिज में रख सकते हैं.
कुछ नुस्खे/ सुझाव
- छोटे और कच्चे करेले भरवाँ बनाने के लिए सर्वोत्तम रहते है.
- स्वादिष्ट भरवाँ करेलों को बिना फ्रिज कई दिनों तक रखा जा सकता है. इसीलिए यात्रा के लिए यह सर्वोत्तम सब्जी मानी जाती है.
- मैं एक वैष्णव परिवार में जन्मी हूँ तो मुझे यह करेले बिना प्याज के ही अच्छे लगते हैं लेकिन मेरी ससुराल में करेले प्याज के साथ बनते हैं. मैं इसे दोनों तरह से बनाती हूँ. बिना प्याज के भी भरवाँ करेले उतने ही स्वादिष्ट लगते हैं जितने कि प्याज के साथ. अगर आप प्याज डालना कहते हैं तो एक मध्यम प्याज को बारीक़ काटकर मसाले में मिलाएं.
- अगर कच्चे आम मिल जाएँ तो अमचूर पाउडर के स्थान पर घिसे कच्चे आम डालें, करेले अधिक स्वादिष्ट लगेंगे.
- मेरी दादी माँ करेलों को भरने के बाद उसे मोटे सफेद धागे से बाँध देती थीं जिससे मसाला बहार न निकले पकाते समय. अगर आप भी करेलों को बाँध रहे हैं तो पकाने के बाद धागे को खोलना न भूलें.
- करेले को आप बहुत ही आसानी से घर की बगिया में उगा सकते हैं. करेले की बेल चढ़ती है और करेले गर्मी की फसल है . करेलों को घर पर उगने के बारे में पढ़ें. vegetable gardening.