केसर पिस्ता कुल्फी
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कुल्फी के नाम से आप सभी परिचित होंगे. गर्मियों की शाम में उत्तर भारत में सभी मिठाई की दुकाने बाहर एक स्पेशल स्टॉल लगाती हैं कुल्फी का. पारंपरिक रूप से उत्तर भारत में कुल्फी को दूध को खूब पकाकर, उसमें अलग-अलग स्वाद डालकर फिर उसे स्टील के सांचों में भरकर ढक्कन लगाकर, सांचों के मुँह को आटे की लोई से बंद करके फिर इसे मटके मे जमाते हैं. उत्तर भारत में ज़्यादार जगहों पर कुल्फी को फालूदा के साथ परोसने का रिवाज है. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं पारंपरिक रूप से केसर पिस्ता कुल्फी बनाना...आप इस कुलफी को कंडेन्स्ड मिल्क से भी बना सकते हैं. जिसकी विधि भी वेबसाइट पर लिखी हुई है. तो आप भी बनाएँ इस स्वादिष्ट केसर पिस्ता कुल्फी को...
सामग्री
(8 कुल्फी के लिए)
- दूध 2 लीटर
- शक्कर 4-5 बड़े चम्मच
- हरी इलायची 5
- केसर के धागे ¼ छोटा चम्मच
- पिस्ता 1/3 कप
बनाने की विधि :
- हरी इलायची के छिलके उतारकर बीज को दरदरा कूट लें.
- पिस्ता को लंबा-लंबा बारीक काट लीजिए.
- केसर को दो बड़े चम्मच गुनगुने दूध में भिगो कर अलग रखिए.
दूध में भीगा केसर
- एक भारी तली की कड़ाही में दूध मध्यम आँच पर उबालें, पहला उबाल आने के बाद आँच को धीमा कर दें.
पहले उबाल के बाद दूध
- दूध को बीच-बीच में चलाते हुए इसके एक तिहाई बचने तक उबालिए. इस प्रक्रिया में लगभग डेढ़ घंटे का समय लगता है.
गाढ़ा दूध
- अब इसमें शक्कर, और कटे पिस्ता डालें और अच्छे से मिलाएँ . आँच को बंद कर दीजिए और दूध को थोड़ा ठंडा होने दीजिए.
- अब इस गाढ़े दूध में केसर का दूध, और कुटी हुई इलायची डालकर अच्छे से मिलाइए.
गाढ़े दूध में केसर का दूध और पिस्ता डालने के बाद
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अब इस कुल्फी के मिश्रण को कुल्फी के साँचे में डालिए. अगर आपके पास कुल्फी के साँचे नही हैं तो आप लौली बनाने के सांचों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर आपके पास इन दोनों में से कोई भी साँचे नही हैं तो आप प्लास्टिक के कंटेनर में कुल्फी जमाइए. कुल्फी को पूरी तरह जमने तक फ्रीज़र में रखिए.
कुल्फी के मिश्रण को सांचों में डालने के बाद
- कुल्फी को सांचों से निकालने के लिए एक कटोरे में गरम पानी भरें इसमें सांचों को १०-१५ सेकेंड्स के लिए डुबोएँ. अब कुल्फी आसानी से बाहर निकल आएगी.
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अगर आपने कंटेनर में कुलफी जमाई है तो इसे मन चाहे आहार में काट कर ऊपर से फालूदा डालकर परोसें. वैसे यह कुल्फी ऐसे भी बहुत स्वादिष्ट लगती है.
फालूदा के लिए
फालूदा को साबूदाने से बनाया जाता है. वैसे आजकल भारतीय राशन की दुकान में पहले से बने फालूदा के पैकेट बजी आसानी से मिला जाते हैं जिसे आप निर्देशानुसार तैयार कर सकते हैं.
पैकेट से तैयार फालूदा
मैं अगर कभी फालूदा सेव नही मिलते हैं तो सेवई से भी फालूदा बना लेती हूँ. इसके लिए आधा कप सेवई को गरम पानी मे ३ मिनट उबालें. सेवई को चने और इसके ऊपर ठंडा पानी डालें. एक कटोरे में डेढ़ कप पानी लें और इसमें लगभग २-३ छोटा चम्मच शक्कर डालें. चाहेंटो तोड़ा सा गुलाब जल/ या फिर केवड़ा जल डालें. अब इसमें अपनी पसंद का खाने वाला रंग या फिर कुछ धागे केसर के डालें. अब इसमें डालें उबली सेवई. यकीन मानिए यह चटपट बनने वाला प्फालूदा किसी पारंपरिक फलूओदा से कम नही है....
सेवई से तैयार फालूदा
कुछ नुस्खे और सुझाव
जिस भी बर्तन में दूध उबालना है उसे ठंडे पानी से धोएँ और फिर बिना पोछे ही इसमें दूध डालें उबलने के लिए, ऐसा करने से दूध बर्तन की तली में चिपकता नही है. .
जब दूध गाढ़ा हो रहा है तो आपको किचन में बराबर रहने की ज़रूरत नही है लेकिन दूध को उबलने रख कर आप भूल ना जाएँ इसके लिए यह ज़रूरी है कि आप 15-15 मिनट के अंतराल का या तो अलार्म सेट करें या फिर वैसे ही याद रखिए कि दूध गाढ़ा होने के लिए आँच पर रखा है.
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