ज़ाफरानी मूंग दाल बर्फी
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ज़ाफरान उर्दू ज़ुबान का लफ़्ज है जिसका मतलब है केसर. इतने बरस लखनऊ शहर में रहने के बाद इन शब्दों का साथ अच्छा लगता है. खैर... यह मूँग दाल बर्फी केसर की भीनी-भीनी खुश्बू के साथ बहुत स्वादिष्ट लगती है. तो इस बार आप बसंत पंचमी पर अगर कुछ मीठा बनाने की सोच रहे हैं तो यह लाजवाब ज़ाफरानी मूँग दाल बरफी बनाइए और अपने सुझाव ज़रूर लिख भेजिएगा.....
सामग्री
(20-22 बर्फी के लिए)
भीगने का समय- 3-4 घंटे
तैयार का समय- 5 मिनट
बनाने का समय लगभग 20 मिनट
- मूँग दाल ½ कप
- घी 4 बड़े चम्मच
- चीनी ½ कप
- दूध 1½ कप
- लंबे कटे पिस्ता 2 बड़ा चम्मच
- केसर 10-12 धागे
बनाने की विधि :
- मूँग दाल को बीनकर, धो लें. अब इन्हे 2 कप पानी में 3-4 घंटे के लिए भिगो दें.
- एक बड़े चम्मच गुनगुने दूध में केसर को भिगोकर अलग रखिए.
- जब दाल अच्छे से भीग जाए तो इसको ग्राइंडर में पीस लें. दाल को बहुत बारीक ना पीसें और दाल को पीसने में कम से कम पानी डालिए जिससे दाल को भूनने में कम समय लगता है.
- एक छोटी थाली या फिर ट्रे की तली को कुछ बूंदे घी की लगाकर चिकना करके अलग रखें.
- कड़ाही में घी गरम करके इसमें मूँग दाल पेस्ट डालें. दाल को मध्यम से तेज आँच पर भूनें. हमने नॉन- स्टिक कड़ाही का प्रयोग किया है जिससे घी की मात्रा थोड़ी कम करी जा सके. और दाल चिपकती भी नही है. .
दाल को गरम घी में डालने के बाद
- अब आँच को धीमा करके दाल को 8-10 तक भूनें. जब दाल भुन जाएगी तो उसमें से बहुत अच्छी खुश्बू उठती है और दाल चिकनी, और दानेदार लगने लगती है. इस विधि के लिए हमें दाल को मूँग दाल हलवे के जैसे सुनहरा नही भूनना है.
दाल को १० मिनट भूनने के बाद
- अब भुनी दाल को एक बर्तन में निकल लें.
- अब उसी कड़ाही में दूध गरम करें इसमें शक्कर डालें और शक्कर के पूरी तरह पिघल जाने तक दूध को उबालें. अब इसमें भूनी दाल डालें और अच्छे से मिलाएँ. लगातार चलाते हुए दल को दूध में पकाएँ.
- अब इसमें केसर का दूध डालें और एक बार फिर सभी सामग्री को आपस में अच्छे से मिलाएँ.
केसर का दूध डालने के बाद
- दाल को पूरी तरह से दूध के सोख लेने तक पकाएँ. इस प्रक्रिया में 4-5 मिनट का समय लगता है.
दाल के दूध सोख लेने के बाद
- अब मूँग दाल मिश्रण को पहले से चिकनी करी हुई ट्रे पर फैलाइए. लगभग 15-20 मिनट के लिए सैट होने दीजिए.
- अब इसके ऊपर कटे पिस्टा बुरकाए और हल्के हाथों से पिस्ता को दबा दीजिए जिससे यह बर्फी में
After adding the sugar in the moong dal halwa
- अब ज़ाफरानी मूँग दाल बरफी को अपनी पसंद के आकर के टुकड़ों में काट लीजिए. मैं आमतौर पर चौकोर टुकड़े काटना पसंद करती हूँ.
- ज़ाफरानी मूँग दाल बरफी अब तैयार है भगवान के भोग के लिए. भोग लगाकर सर्व करिए इस स्वादिष्ट बरफी को.
कुछ नुस्खे / टिप्स :
गैस के चूल्हे में खाना जल्दी बनता है तो हो सकता हैं कि मेरे दवारा लिखे गये अनुमानित समय में थोड़ा बदलाव हो जब आप खाना बनाए तब. मेरे पास बिजली का चूल्हा है जिसमें खाना बनाने में अधिक समय लगता है.
आप चाहें तो मूँग दाल बरफी में खोया भी डाल सकते हैं.
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