कचौड़ी
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कचौड़ी आमतौर पर तीज- त्यौहार में बनने वाली चीज़ है. कचौड़ी को कुछ भरकर तला जाता जाता है. कचौड़ी कई तरह की होती हैं, जहाँ उत्तर भारत में उरद की दाल की कचौड़ी और आलू की कचौड़ी अधिक लोकप्रिय हैं, वहीं बंगाल में मटर की कचौड़ी बहुत लोकप्रिय हैं.....
सामग्री
(16 कचौड़ी के लिए )
सामग्री भरावन के लिए
- उड़द दाल ¼ कप
- जीरा ¼ छोटा चम्मच
- अदरक ½ इंच का टुकड़ा
- हरी मिर्च 1
- हींग 2 चुटकी
- मेथी पाउडर ¼ छोटा चम्मच
- नमक ½ छोटा चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर ½ छोटा चम्मच
- धनिया पाउडर 1 छोटा चम्मच
- गरम मसाला ½ छोटा चम्मच
- कूटी सौंफ 2 छोटा चम्मच
- तेल 2 बड़ा चम्मच
- तेल, तलने के लिए
सामग्री आटा गूथने के लिए
- गेंहू का आटा 1 कप
- नमक ¼ छोटा चम्मच
- पानी लगभग ½ कप, आटा गूँथने के लिए
- तेल 1 बड़ा चम्मच
बनाने की विधि भरावन के लिए
- उड़द दाल को बीनकर, धो लें. अब इन्हे 3 कप पानी में 3-4 घंटे के लिए भिगो दें..
- हरी मिर्च का डंठल हटा कर उसे धो लें. अदरक का छिलका हटा कर उसे मोटा मोटा काट लें.
- भीगी हुई उड़द दाल का पानी हटाकर उसे हरी मिर्च और अदरक के साथ पीस लें. (कचौड़ी के लिए बहुत बारीक दाल ना पीसें )
- अब एक नॉन स्टिक कड़ाही में तेल गरम करें. जब तेल गरम हो जाए तो इसमें जीरा तड़काएँ. अब हींग और मेथी पाउडर डालकर कुछ सेकेंड्स भूनें. अब पिसी दल और नमक को छोड़कर बाकी सभी मसाले डालें. सभी सामग्री को अच्छे से मिलाएँ. अब बराबर चलाते हुए दाल दाल को ८-१० मिनट तक मध्यम आँच पर भूने. इसके बाद आँच को बंद कर दीजिए..
- भुनी दाल तो थोड़ा ठंडा होने दीजिए. जब दाल गुनगुनी हो तब उसमें नमक डालिए और अच्छे से मिलाइए. ऐसा हमने इस लिए किया है क्योंकि गरम दल में नमक मिलने से नमक पानी छोड़ सकता है और फिर दाल को भर कर बेलने में परेशानी होती....
आटा गूथने के लिए
- एक कटोरे में आटा, नमक, और तेल लें, इसमें थोड़ा-थोड़ा पानी मिलते हुए नरम आटा गूथ लें. आटे में अच्छे से लोच देने के लिए आटा गुथ जाने के बाद भी उसे थोड़ी देर अच्छे से मलें. गुथे आटे को 10 मिनट के लिए ढककर रख दें.
- अब गूँथे आटे को 16 बराबर हिस्से में बाँटे और तेल/ घी की मदद से लोई को चिकना करें.
- अब एक लोई लें इसे २ इंच के गोले में बेलें. बिली लोई के बीच में १ छोटा चम्मच दाल की भरावन रखें. किनारों को पास लाते हुए लोई को आहिस्ता से बंद करें. तेल/ घी की मदद से 2 ½ - 3 इंच की कचौड़ी बेलें. इसी प्रकार सभी कचौड़ियों को बेल लें.
- अब एक कड़ाही में घी/ तेल गरम करें, अब इसमें कचौड़ी डालें और हल्के से छेद वाली कल्छी से दबाएँ, कचौड़ी फूल जाएगी. अब कचौड़ी को दोनों तरफ से सुनहरा होने तक तलें. एक कचौड़ी को तलने में लगभग 35-40 सेकेंड्स का समय लगता है..
- तली कचौड़ी को किचन पेपर पर निकाल लें. बाकी कचौड़ियों को भी इसी प्रकार से तल लें.
स्वादिष्ट करारी कचौड़ियों को किसी भी करी या फिर सूखी सब्जी के साथ परोसें. हमारे परिवार में इसे खट्टे-मीठे कद्दू और आलू टमाटर के रसे के साथ परोसने की प्रथा है.....
कुछ नुस्खे/ सुझाव
अगर आप गरम खाने के लिए कचौड़ी तल रहे हैं तो कचौड़ियों को मध्यम से धीमी आँच पर तलें. ऐसा करने से कचौड़ियों करारी बनती हैं. लेकिन अगर आप कचौड़ियों ्बाद में खाने के लिए बनाकर रख रहें हैं तो कचौड़ियों को मध्यम से तेज आँच पर तलें.
आप चाहें तो एक साथ 3-4 कचौड़ियाँ भी तल सकते हैं ...
जब भी हम पूड़ी या फिर कचौड़ी बनाते हैं तो उसे सूखे आटे की जगह तेल की सहयता से बेलते हैं, ऐसा करने से तेल साफ रहता है जब आप पूड़ी या कचौड़ी को तलते हैं.
कुछ और रोटी, पराठे...