गुलाब दलिया
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दलिया स्वास्थ्य और सेहत की दृष्टि से अति उत्तम है। दलिये में रेशे प्रचुर मात्रा में होते हैं और इसका सेवन मधुमेह के मरीजों के लिए अच्छा है। हमने यहाँ पर गेहूं के दलिया की विधि लिखी है लेकिन आप जौ, जई या फिर मिले जुले अनाज के दलिए का प्रयोग भी इसी प्रकार कर सकते हैं। दलिये से विभिन्न प्रकार के नाश्ते, सलाद, खिचड़ी और मिठाइयाँ आदि बनाई जाती हैं। अक्सर लोग सोचते हैं कि दलिया बीमारों का खाना है और वो इसे नहीं खा सकते। मैं आप सभी लोगों से कहूँगी कि आप एक बार इस विधि से गुलाब दलिया बना कर देखिये, आपकी सोच बदल जाएगी।
मीठा दूध का दलिया बनाना मैंने अपनी मम्मी से सीखा है। मम्मी दलिये को पहले थोड़े से घी में भूनती हैं जिससे दलिया काफी सुगंधित हो जाता है। खाने में यह दलिया बहुत स्वादिष्ट है और इसको बनाना भी आसान है। इसको आप सुबह के नाश्ते में, मीठे के तौर पर और अगर कुछ एकदम हल्का खाने का मन है तो संपूर्ण भोजन के रूप में भी परोस सकते हैं। मम्मी दूध के दलिये में थोड़ी मेवा भी डालती हैं जिससे इसका स्वाद दोगुना हो जाता है।
आजकल हमारी बगिया में गुलाब खूब खिल रहे हैं तो गुलाब के व्यंजन बनाने का मन करता है। हालाँकि कि हमारे गुलाब में वो खुशबू नहीं है तो मैंने सूखे भारतीय गुलाब की पंखुड़ियों का इस्तेमाल किया है। तो आप भी बनायें यह स्वादिष्ट गुलाब दलिया और हमें अपने सुझाव और राय जरूर लिखें। शुभकामनाओं के साथ, शुचि
तैयारी का समय:
2 मिनट
पकाने का समय:
20 मिनट
लगभग 200 कैलोरी हर सरविंग में
सामग्री (4 लोगों के लिए)
- दलिया ½ कप
- घी 1 छोटा चम्मच
- पानी 2 कप
- दूध 3 कप
- शक्कर लगभग ¼ कप
- कटे हुए आपकी पसंद के मेवे ¼ कप
- गुलाब की पंखुड़ियाँ कुटी/पिसी 1 बड़ा चम्मच
- हरी इलायची का पाउडर ¼ tsp
बनाने की विधि :
- एक कुकर में या फिर भारी तली के बर्तन में 1 छोटा चम्मच घी गरम करिए। मध्यम आँच पर दलिये को सुनहरा होने तक भूनिए।
इसमें तकरीबन 3 मिनट का समय लगता है.
भूनने के बाद दलिया
- अब भुने दलिये में लगभग 2 कप पानी डालें और दलिये के गलने तक उबालें। इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है कि आप दलिये को प्रेशर कुकर में उबालें। दलिया एक या फिर दो सीटी में गल जाता है। यह गेहूँ की किस्म पर भी निर्भर करता है कि दलिया कितनी देर में गलता है।
भुने दलिये में पानी डालने के बाद
- दलिया गलने के बाद नीचे लगी फोटो के जैसा दिखता है।
गला हुआ दलिया
- अब दलिए में दूध डालें और उबाल आने दें। अब कटे मेवे डालें और लगभग 5 मिनट के लिए दलिये को पकाएँ। अब दलिए में शक्कर डालें। अच्छे से मिलाएं और दलिए को एक और मिनट के लिए पकाएँ। आँच को बंद कर दें। गुलाब की कुटी पंखुड़ी और इलायची मिलाइए और दलिये को ठंडा होने दीजिए.
- गुलाब का दलिया तैयार है परोसने के लिए। दलिये को थोड़ा ठंडा करके ही परोसें तो यह अधिक स्वादिष्ट लगता है| बढ़ते बच्चों के लिए भी दलिया बहुत पौष्टिक रहता है।
कुछ नुस्खे / सुझाव
- मैं कभी कभी दलिए में कुछ धागे केसर के भी डालती हूँ उससे दलिया और स्वादिष्ट और सुगन्धित बनता है।
- बादाम या कोई भी और मेवा डालने से दलिए का स्वाद दोगुना हो जाता है इसलिए थोड़ी मेवा जरूर डालें। मेरे पास अभी बादाम नहीं थे तो मैंने गुलाब दलिये में पीकन और पिस्ता काटकर डाला है।
- थोड़े से देशी घी में दलिया भूनने से इसका स्वाद बहुत बढ़ जाता है।
- गरम उबले दलिये में एकदम से फ्रिज से निकालकर दूध ना डालें - दूध फॅट सकता है, उचित होगा कि दूध को अलग से किसी बर्तन में गुनगुना गरम कर लें।
- गुलाब की पंखुड़ी को आप मिक्सी में पीसकर भी डाल सकते हैं। मैं थोड़ी सी गुलाब की पंखुड़ियाँ पीसकर रख लेती हूँ जिससे गुलाब के व्यंजन चटपट बन जाते हैं।
- मैं हरी इलायची को छिलके के साथ बारीक पीस कर रख लेती हूँ जिसे मैं चाय या फिर मिठाइयों में जरूरत के अनुसार डालती हूँ। कुछ तैयारी पहले से रहती है तो भोजन बनाना आसान हो जाता है।