खिचड़ी
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खिचड़ी दाल और चावल से बनने वाली एक बहुत हल्की और आसान डिश है. और यह बहुत ही पौष्टिक भी है. खिचडी के कुछ विशेष गुण हैं जैसे कि, खिचड़ी का जिक्र पौराणिक पाक कला की किताबों में भी है जिसमें खिचड़ी को बहुत हल्का और सुपाच्य भी माना गया है.
खिचड़ी भारत के हर प्रदेश में किसी न किसी रूप में बनती है. जहाँ उत्तर प्रदेश में मूंग की दाल और चावल के खिचड़ी बनती है, वहीं गुजरात में अरहर दाल और चावल की खिचड़ी. बंगाल में धुली मूंग दाल और चावल की खिचड़ी को सब्जियों के साथ बनाया जाता है. बंगाली खिचड़ी अपने आप में सम्पूर्ण भोजन है. इसी प्रकार दक्षिण के कई प्रदेशों में बिसीबेले भात का चलन है. खिचड़ी को बहुत ही शुभ व्यंजन भी माना जाता है इसीलिए मकर संक्रांति के अवसर पर खिचड़ी का भोग भी लगाया जाता है. बल्कि मकर संक्रांति को खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है. तो आप भी बनायें स्वादिष्ट खीच डी और हमें अपनी रे जरूर लिखें. शुचि
सामग्री (4 लोगों के लिए)
- चावल ½ कप
- छिलका मूँग दाल ¾ कप
- हल्दी ¾ छोटा चम्मच
- नमक 1 ½ छोटा चम्मच
- पानी 3 ½ - 4 कप
सामग्री तड़के के लिए
- घी 1 बड़ा चम्मच
- जीरा 1 ½ छोटा चम्मच
- हींग ¼ छोटा चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर
¼ छोटा चम्मच
सामग्री परोसने के लिए
- दही 250 ग्राम
- भुने पापड़ 4
- घी 2 छोटा चम्मच
- अचार/ चटनी
बनाने की विधि
- दाल और चावल को अच्छे से बीनकर धो लें. अब इसको 4 कप पानी में 30 मिनट के लिए भिगो दें.
- भीगे दाल और चावल में नमक, और हल्दी डालकर अच्छे से गलने तक उबाल लें. आप चाहें तो प्रेशर कूकर में दो सीटी भी ले सकते हैं मध्यम आँच पर. इस प्रक्रिया में लगभग 10-15 मिनट का समय लगता है.
तड़के के लिए
- तड़का पैन में घी गरम करिए. अब इसमें जीरा डालिए; जब जीरा चटक जाए और इसका रंग बदल जाए तो इसमें डालिए हींग . अब आँच को बंद कर दीजिए. अब इसमें लाल मिर्च पाउडर डालिए. हमने आँच को बंद करके लाल मिर्च पाउडर इसलिए डाला है जिससे कि मिर्च जले नही.
- तड़के को खिचड़ी में डालें.
- खिचड़ी अब तैयार है परोसने के लिए.
परोसने के लिए-
- मेरे पापा कहते हैं, खिचड़ी के चार यार दही, पापड़, घी, अचार" ! मतलब कि यह हल्की फुल्की खिचड़ी भी शाही बन जाती है जब आप इसको इसके चारों साथी के साथ परोसते हैं !!
- तो आप भी परोस्कें खिचड़ी को घी, दही पापड़ और अचार के साथ.