नारियल बरफी
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नारियल किसी भी पूजा पाठ के मौके पर बहुत ही शुभ समझा जाने वाला फल है. नारियल दुनिया के किसी भी कोने में भी आप जाएँ तो आसानी से मिल जाएगा. इस बरफी को वो लोग भी खा सकते हैं जो किसी वजह से दूध नही ले सकते हैं, तो चलिए फिर बनाते हैं इस स्वादिष्ट बरफी को जिसे हम चाशनी मे बनाने जा रहे है.
सामग्री
(लगभग 14-15 बरफी )
- नारियल कद्दूकस किया 2 कप
- शक्कर 1 कप
- पानी 1 कप
- इलायची 2
- घी 1 छोटा चम्मच + कुछ बूंदे, तली को चिकना करने के लिए
बनाने की विधि :
- हरी इलायची के छिलके उतारकर बीज को दरदरा कूट लें.
- एक छोटी थाली या फिर ट्रे की तली को कुछ बूंदे घी की लगाकर चिकना करके अलग रखें.
- कड़ाही को गरम करें और कद्दूकस करे नारियल को मध्यम आँच पर भूनें. इस प्रक्रिया में तकरीबन 2-3 मिनट लगते हैं.
कद्दूकस करा नारियल
- पानी और शक्कर को कड़ाही मे उबालिए. पहले उबाल के बाद आँच को धीमा कर दीजिए और चाशनी के गाढ़ा होने तक पकाइए. इस प्रक्रिया में तकरीबन ७-८ मिनट लगते हैं.( इस पाग के लिए दो तार की चाशनी उपयुक्त रहेगी. दो तार के चाशनी को जाँचने के लिए अपनी दो उंगलियों के बीच में एक बूँद चाशनी को लेकर खीचिए, अगर उंगलियों के बीच में दो तार बनें तो चाशनी बिल्कुल ठीक है.)
चाशनी
- अब चाशनी में भुना नारियल , घी, और इलायची डालिए और अच्छे से मिलाइए. लगातार हिलाते हुए मिश्रण को चाशनी के सोखने तक पकाएँ. इस प्रक्रिया में लगभग दो मिनट लगते हैं.
चाशनी में भुना नारियल
- अब मिश्रण को पहले से चिकनी करी प्लेट / ट्रे में बारबर से फ़ैलाएँ. थोड़ी देर के लिए ठंडा होने दें. इसमें तकरीबन 8-10 मिनट का समय लगता है.
नारियल की बरफी घी लगी ट्रे में.
- जब नारियल की बरफी अच्छे से जम जाए तो इसे मनचाहे आकर में काट लें..
नारियल की बरफी को काटने के बाद
नारियल की बरफी अब तैयार है भोग के लिए.
कुछ नुस्खे / टिप्स :
मैने इस रेसिपी में ब्राउन शुगर का इस्तेमाल किया है . स्वाद का स्वाद और सेहत भी दुरुस्त...
इस स्वादिष्ट बरफी को आप दो हफ्ते तक फ्रिज में रख सकते हैं.
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