शाही आलू का हलवा
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आलू का हलवा एक पारंपरिक उत्तर भारतीय मिठाई है. यह हलवा फलाहारी होता है. मुझे याद है जाम मैं छोटी थी तब मेरी दादी यह हलवा एकादशी के व्रत पर बनाती थी. आलू का यह हलवा बहुत स्वादिष्ट है लेकिन इसमें कैलोरी काफ़ी मात्रा में होती हैं, इसीलिए यह ज़रूरी हो जाता है कि इस स्वादिष्ट हलवे को थोड़ा ध्यानपूर्वक खाया जाए........
सामग्री
(4 लोगों के लिए)
- आलू 500 ग्राम
- घी 2 बड़े चम्मच
- शक्कर लगभग ½ कप
- हरी इलायची 2
- कटे हुए बादाम 1 छोटा चम्मच
बनाने की विधि
- हरी इलायची की बाहरी छिलका निकालें और दानों को दरदरा कूट लें.
- आलू को छीलकर अच्छे से धो लें. अब आलू को कद्दूकस कर लें और एक बार फिर से धो लें.
- अब घिसे आलू को थोड़ी देर के लिए छलनी पर छोड़ दें जिससे कि इसका अतिरिक्त पानी निकल जाए.
- अब एक कड़ाही में घी गरम करें और इसमें आलू को 2 मिनट के लिए भूनें. मैने नॉन-स्टिक कड़ाही का इस्तेमाल किया है जिससे कि आलू चिपके नही.
- अब कड़ाही का ढक्कन लगा दें और आँच को धीमा करके आलू को पकने दे. आलू को गलने में लगभग 10 मिनट का समय लगता है. बीच-बीच में आलू को चलाना ना भूलें.
आलू को घी में भूनते हुए आलू को 10 मिनट पकाने के बाद
- अब आलू अच्छे से गल गये हैं. इनको किसी कलछी की मदद से अच्छे से मसल दें. एक बार फिर से ढक्कन लगा कर आलू को 10 और मिनट के लिए मध्यम आँच पर पकाएँ. बीच-बीच में आलू को चलाना ना भूलें.
- अब आलू में शक्कर डालें और अच्छे से मिलाएँ. 5 मिनट के लिए ढक्कन हटा कर पकाएँ और फिर आँच बंद कर दें.
आलू में शक्कर डालने के बाद
हरी इलायची और कटे बादाम से सजाकर परोसें इस स्वादिष्ट हलवे को.
कुछ नुस्खे / टिप्स :
आलू को थोडा मोटा घिसिए, ऐसा करने से आलू पानी नही छोड़ते हैं घी में भूनते समय.. मैंने घिसे आलू के साथ कद्दूकस भी दिखाया है फोटो में आपकी सुविधा के लिए.
मैने इस हलवे को नॉन-स्टिक कड़ाही में बनाया है दो वजह से; एक तो इससे घी कम मात्रा में डालना पड़ता है और दूसरी वजह यह है कि आलू अधिक चिपकता नही है..
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